रोहतक। रोहतक में आज अचानक हरियाणा सिंचाई विभाग के चीफ इंजीनियर ने बरसाती पानी से हुए जलभराव की स्थिति को जांचने के लिए पहुंच गए। चीफ अधिकारी निरिक्षण के लिए गांव मकड़ौली में जलभराव का जायजा लेने पहुंचे। वहां उन्होंने पानी निकासी के लिए किए गए प्रबंधों की भी वास्तविकता जांची। गांव मकड़ौली में ITI में जलभराव की समस्या को स्वयं प्रिंसिपल सुरेंद्र सिंह ने अधिकारी के सामने रखा। जायजा लेने के बाद चीफ इंजीनियर बिजेंद्र सिंह नारा ने अधिकारियों को फटकार लगाते हुए तुरंत पानी निकासी के निर्देश दिए।
मकड़ौली ITI के प्रिंसिपल सुरेंद्र सिंह ने बताया कि आईटीआई में पिछले करीब 15 दिनों से पानी भरा हुआ है। जिसके कारण काफी परेशानी हो रही है। प्रिंसिपल ने बताया कि अभी ITI में परीक्षाएं चल रही हैं, लेकिन जो भी स्टाफ व बच्चे ITI में आते हैं, उन्हें आने तक का रास्ता नहीं हैं। जिसके कारण चप्पल-जूते निकालकर पानी से ही गुजरते हुए आना पड़ता है। इससे बदबू भी फैली हुई है और मच्छर-मक्खियां भी पैदा हो गई। जिसके कारण बुरा हाल हो रखा है।
चीफ इंजीनियार बिजेंद्र सिंह नारा बरसात के कारण हुए जलभराव को देखते हुए लगातार रोहतक का दौरा कर रहे हैं। साथ ही स्थानीय लोगों से मिलकर उनकी समस्याओं को जानते भी हैं। पिछले करीब 10 दिन में वे चार से अधिक बार रोहतक जिले के विभिन्न गांवों का दौरा कर चुके हैं। बिजेंद्र सिंह नारा ने कहा कि उनका उद्देश्य जलभराव की समस्या से लोगों को राहत दिलाना है।