चरखी दादरी। सरसों खरीद आढ़तियों के जरिए नहीं करने पर चरखी दादरी अनाज मंडी के आढ़तियों ने किसानों के साथ मिलकर मार्केट कमेटी कार्यालय के बाहर दिया धरना। इस दौरान समिति पदाधिकारियों व आढ़तियों के बीच जमकर बवाल हुआ। वहीं किसानों ने खरीद नहीं होने पर मंडी अधिकारियों पर मिलीभगत के आरोप लगाए हैं।
स्थानीय मंडी के आढ़ती शनिवार को एक बार फिर से मार्केट कमेटी कार्यालय के बाहर प्रधान रामकुमार रिटोलिया की अगुवाई में एकत्रित हुए। इस दौरान उन्होंने उनकी मांगें पूरी नहीं किए जाने पर नारेबाजी कर रोष जताया और सांकेतिक धरना दिया। इस दौरान समिति पदाधिकारियों व आढ़तियों के बीच जमकर बवाल हुआ। किसी भी स्थिति से निपटने के लिए पुलिसकर्मचारी तैनात रहे। वहीं चरखी दादरी एसडीएम नवीन कुमार भी अनाज मंडी पहुंचे और आढ़तियों व समिति के पदाधिकारियों से बात की और समस्या का समाधान करने का आश्वासन दिया।
बता दें कि हरियाणा सरकार के निर्देश अनुसार अनाज मंडी में सरसों की सरकारी खरीद शुरू हो चुकी है। लेकिन आढ़तियों की मांगें पूरी नहीं किए जाने के कारण वे लगातार खरीद का विरोध कर रहे हैं। खरीद प्रक्रिया गति नहीं पकड़ पाई है। आढ़तियों की मांग है कि सरसों की सरकारी खरीद उनके जरिए की जाए और उन्हें आढ़त दी जाए जबकि सरकार हैंडलिंग एजेंट के जरिए सरसों की खरीद कर रही है। इसी को लेकर आढ़तियों में रोष है। आढ़तियों ने शुक्रवार को जहां मार्केट कमेटी कार्यालय के बाहर बाहरी एजेंट बनाए जाने पर विरोध जताया था।
वहीं शनिवार को आढ़ती उनके जरिए खरीद शुरू करवाने की मांग को लेकर मंडी परिसर में स्थित मार्केट कमेटी कार्यालय के बाहर एकत्रित हुए और वहां सांकेतिक धरना देकर रोष जताया। इसी दौरान दी जमीदारा कॉप्रेटिव सोसाइटी के पदाधिकारी धरने पर पहुंचे और बातचीत शुरू की। इसी दौरान 25 लाख रुपए की सुरक्षा राशि जमा करवाने की बात को लेकर आढ़ती भड़क गए और समिति पदाधिकारियों व आढ़तियों के बीच काफी तीखी बहस देखने की मिली। वहीं अनाजमंडी में सरसों लेकर पहुंचे किसानों काे बैरंग लौटना पड़ा है।