चंडीगढ़। चंडीगढ़ नगर निगम चुनाव टाल डाई जाने की खबर सामने आयी है। जानकारी के अनुसार गुरुवार सुबह ही आप और कांग्रेस समर्थकों ने चंडीगढ़ नगर निगम के बहार भरी मात्रा में हंगामा करना शुरू कर दिया। चुनाव टलने की वजह चुनाव अधिकारी अनिल मसीह का बीमार होना बताया जा रहा है। इस बारे में चंडीगढ़ के सभी पार्षदों को वॉट्सऐप के जरिए मैसेज भेजा गया था। चुनाव प्रक्रिया 11 बजे शुरू होनी थी लेकिन किसी भी पार्षद को नगर निगम के बिल्डिंग के अंदर जाने नहीं दिया गया।
बता दें कि पजाब और हरियाणा की राजधानी चंडीगढ़ के नगर निगम मेयर का चुनाव टाल दिया गया है। कांग्रेस और आप ने आरोप लगाया है कि बीजेपी हार को देखते हुए चुनाव रद्द करवाना चाहती है। कांग्रेस के पूर्व सांसद पवन बंसल ने कहा कि वह इस पूरे मामले को लेकर कोर्ट का रुख करेंगे। उन्होंने पूरे मामले में भाजपा पर बड़ा आरोप लगाया कि पार्टी चुनाव नहीं करवाना चाहती है। आम आदमी पार्टी के राज्यभा सांसद राघव चड्ढा ने भी बीजेपी पर आरोप लगाते हुए कहा कि इंडिया गंठबंधन के पास बहुमत है। अपनी हार को देखते हुए बीजेपी चुनाव रद्द करना चाहती है।
आप सांसद राघव चड्ढा ने कहा है कि अगर इंडिया गठबंधन एकजुट होकर लड़ता रहा तो वो दिन दूर नहीं है कि बीजेपी 2024 के लोकसभा चुनाव में भाग जाए। अभी यह छोटा सा चुनाव है,इसमें इंडिया गठबंधन ने इनकी नींद उड़ा दी है। उन्होंने कहा कि हम चुनाव आयोग से निवेदन करेंगे कि अगर एक प्रेसिडिंग अफसर बीमार पड़े तो दूसरा भेजो। हमारे पास आज इस इलेक्शन बिल्डिंग में जाने के लिए वैलिड पास थे और बताया गया कि वो बीमार हैं, लेकिन वास्तविकता यह है कि वो बीमार नहीं हैं। यह 2024 की सिर्फ एक झलक है। भारत के जनता को साथ आना पड़ेगा। हम हाई कोर्ट में गुहार लगाएंगे कि निष्पक्ष चुनाव हो।
सदन में 35 पार्षद हैं और एक सांसद का वोट भी वोटिंग के दौरान मान्य होता है। यानि सदन में कुल 36 वोट डाले जाएंगे। इस हिसाब से बीजेपी के पास 14 पार्षद और 1 सांसद किरण खेर का वोट मिलकर कल 15 वोट हैं। जबकि आम आदमी पार्टी के पास 13 पार्षद है और उन्हें कांग्रेस के 7 पार्षदों का साथ मिला है। इस हिसाब से गठबंधन के पास पार्षदों की संख्या अब 20 हो चुकी है।