केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी की एक बार फिर प्रशंसा करते हुए कहा कि उनके नेतृत्व में प्रदेश में युवाओं को योग्यता के आधार पर बिना किसी खर्ची-पर्ची के पारदर्शी प्रक्रिया के तहत सरकारी नौकरियाँ प्रदान की जा रही हैं।
केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने बुधवार को पंचकूला में आयोजित हरियाणा पुलिस के रिक्रूट बेसिक कोर्स (आरबीसी) बैच-93 की भव्य एवं ऐतिहासिक पासिंग आउट परेड का निरीक्षण करने उपरान्त समारोह को सम्बोधित कर रहे थे। इस अवसर पर उन्होंने राज्य सरकार की पारदर्शी भर्ती प्रणाली की विशेष रूप से प्रशंसा की।
पंचकूला में हरियाणा पुलिस की ऐतिहासिक पासिंग आउट परेड सम्पन्न

इस ऐतिहासिक अवसर पर 5,061 नव-प्रशिक्षित कांस्टेबलों ने अनुशासन, निष्ठा और जनसेवा की शपथ लेकर औपचारिक रूप से हरियाणा पुलिस में प्रवेश किया। प्रशिक्षुओं द्वारा प्रस्तुत सुसंगठित परेड, ड्रिल और अनुशासन ने समारोह को अत्यंत प्रभावशाली बना दिया। सामूहिक रूप से शपथ लेने वाला यह अब तक का सबसे बड़ा बैच माना जा सकता है।
समारोह के मुख्य अतिथि अमित शाह, गृह एवं सहकारिता मंत्रीने भव्य पासिंग आउट परेड की सलामी ली। उनकी प्रेरक उपस्थिति ने समारोह को विशिष्ट राष्ट्रीय पहचान प्रदान की तथा नव-प्रशिक्षित जवानों के उत्साह, आत्मविश्वास और सेवा-संकल्प को नई ऊर्जा से भर दिया।
इस अवसर पर नायब सिंह सैनी, मुख्यमंत्री हरियाणा, वरिष्ठ पुलिस एवं प्रशासनिक अधिकारी तथा अन्य विशिष्ट अतिथि भी उपस्थित रहे, जिससे कार्यक्रम की गरिमा और महत्त्व और अधिक बढ़ गया। हरियाणा के पुलिस महानिदेशक ओ पी सिंह ने केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह को परेड का निरीक्षण करवाते हुए उन्हें बैच के प्रशिक्षण व अन्य गतिविधियों के बारे में अवगत करवाया। इस अवसर पर जवानों के शपथ ग्रहण की प्रक्रिया हरियाणा पुलिस अकादमी के निदेशक अरशिन्दर सिंह चावला द्वारा संपन्न करवाई गई।
मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने समारोह में पधारे केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह का हार्दिक स्वागत करते हुए कहा कि उनके सान्निध्य से यह आयोजन ऐतिहासिक बन गया है और इससे जवानों को राष्ट्रसेवा के लिए नई प्रेरणा मिली है। मुख्यमंत्री ने कहा कि आज का दिन देशसेवा, कर्तव्यनिष्ठा और राष्ट्रभक्ति के मूल्यों का उत्सव है। यह अवसर न केवल नव-प्रशिक्षित जवानों के लिए, बल्कि उनके माता-पिता और प्रदेशवासियों के लिए भी गर्व का क्षण है। 5,061 जवानों के साथ यह देश का अब तक का सबसे बड़ा पुलिस दीक्षांत समारोह है।
’प्रधानमंत्री के नेतृत्व में सुदृढ़ आंतरिक सुरक्षा’
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन और केंद्रीय गृह मंत्री के कुशल नेतृत्व में देश की आंतरिक सुरक्षा अभूतपूर्व रूप से मजबूत हुई है। आतंकवाद के विरुद्ध निर्णायक नीति, नक्सलवाद पर करारा प्रहार और सीमाओं की सशक्त सुरक्षा- ये सभी मजबूत राजनीतिक इच्छाशक्ति और दूरदर्शी नेतृत्व का परिणाम हैं।
सुरक्षा, सुशासन और संवेदनशीलता” -नई पुलिसिंग संस्कृति
उन्होंने कहा कि “सुरक्षा, सुशासन और संवेदनशीलता” अब केवल नारा नहीं, बल्कि प्रशासनिक संस्कृति बन चुकी है। तकनीक, आधुनिक प्रशिक्षण और मानवीय दृष्टिकोण के समन्वय ने देश की कानून-व्यवस्था को नया मानक दिया है। अपराध के विरुद्ध जीरो टॉलरेंस और नागरिकों के प्रति सम्मान हरियाणा पुलिस की पहचान बन रही है।
नए आपराधिक कानूनों और साइबर प्रशिक्षण पर विशेष बल
मुख्यमंत्री ने बताया कि नव-प्रशिक्षित जवानों को तीनों नए आपराधिक कानूनों, साइबर अपराध अनुसंधान और साइबर सुरक्षा में विशेष प्रशिक्षण दिया गया है। उन्होंने गर्व के साथ कहा कि इन नए कानूनों को अल्प समय में लागू करने में हरियाणा देश के अग्रणी राज्यों में शामिल है।नशा-मुक्त हरियाणा अभियान में जवानों की भूमिका मुख्यमंत्री ने नशे के विरुद्ध चल रहे राज्यव्यापी अभियान का उल्लेख करते हुए कहा कि हरियाणा पुलिस की भूमिका इसमें अत्यंत महत्वपूर्ण है। आज दीक्षांत लेने वाले 5,061 जवान नशे के खिलाफ इस अभियान के “ब्रांड एम्बेसडर” बनकर समाज में सकारात्मक संदेश देंगे।
वीरता की परंपरा और हरियाणा पुलिस की उपलब्धियां
उन्होंने कहा कि हरियाणा की धरती वीरता और कर्तव्यपरायणता की परंपरा से समृद्ध है। यही कारण है कि हरियाणा पुलिस आज देश के अग्रणी पुलिस बलों में गिनी जाती है। मुख्यमंत्री ने यह भी स्मरण कराया कि 14 फरवरी 2023 को करनाल में हरियाणा पुलिस को ‘राष्ट्रपति कलर’ से सम्मानित किया गया- जो बल की उत्कृष्ट सेवाओं का प्रतीक है।
महिला सशक्तिकरण और सेवा-भावना का सशक्त संदेश
मुख्यमंत्री ने अपने संबोधन में कहा कि आज ही हरियाणा पुलिस के इन अनुशासित और समर्पित जवानों ने देश के पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेयी की जयंती के पावन अवसर पर अटल जनसेवा को समर्पित मैराथन दौड़ में सहभागिता कर सेवा, समर्पण और राष्ट्रभावना का प्रेरणादायी संदेश दिया है।
उन्होंने बताया कि वर्ष 2014 में सरकार के गठन के समय हरियाणा पुलिस में महिला पुलिसकर्मियों की भागीदारी मात्र 3 प्रतिशत थी, जो निरंतर प्रयासों और सशक्त नीतिगत निर्णयों के परिणामस्वरूप वर्ष 2024 तक बढ़कर 15 प्रतिशत तक पहुँच चुकी है। मुख्यमंत्री ने कहा कि पूर्व विधानसभा चुनावों के दौरान घोषित संकल्प-पत्र में महिला सशक्तिकरण को प्राथमिकता देते हुए इस अनुपात को और बढ़ाने का वादा किया गया था। उसी दिशा में आगे बढ़ते हुए राज्य सरकार शीघ्र ही 6,000 नए पुलिसकर्मियों की भर्ती करने जा रही है, जिनमें लगभग 1,500 महिला पुलिसकर्मियों की नियुक्ति सुनिश्चित की जाएगी। यह कदम हरियाणा पुलिस को और अधिक समावेशी, सशक्त एवं संवेदनशील बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर सिद्ध होगा।
नव-प्रशिक्षित जवानों को शुभकामनाएं
अपने संबोधन के समापन पर मुख्यमंत्री ने नव-प्रशिक्षित जवानों को उज्ज्वल भविष्य, अटूट साहस और निष्कलंक सेवा-भाव की शुभकामनाएं दीं। साथ ही, प्रशिक्षण देने वाले सभी अधिकारियों और प्रशिक्षकों को उनके समर्पण के लिए बधाई दी और माननीय केंद्रीय गृह मंत्री के प्रति आभार व्यक्त किया।
बेटियों की सशक्त भागीदारी और उत्कृष्ट उपलब्धि
इस बैच में महिला प्रशिक्षुओं ने अपने समर्पण, अनुशासन और उत्कृष्ट प्रदर्शन से विशेष पहचान बनाई है। निशु (जींद) ने ओवरऑल टॉपर बनकर प्रथम स्थान प्राप्त किया, मोहित (गुरुग्राम) ने द्वितीय स्थान हासिल किया, जबकि मंजीत चहल (हिसार) ने तृतीय स्थान के साथ बेस्ट आउटडोर ट्रॉफी अपने नाम कर उत्कृष्टता की मिसाल पेश की। यह उपलब्धियां हरियाणा पुलिस में महिलाओं की सशक्त भागीदारी, समान अवसर और नेतृत्व क्षमता को प्रभावशाली रूप से दर्शाती हैं। चौथे स्थान पर सोनीपत की रूबल रही जबकि पांचवा स्थान कुरूक्षेत्र के अमित कुमार ने प्राप्त किया।
बैच-93= अनुशासन, आधुनिक प्रशिक्षण और जनसेवा का ऐतिहासिक प्रतीक
रिक्रूट बेसिक कोर्स बैच संख्या-93 हरियाणा पुलिस की क्षमता, अनुशासन और जनसेवा-भावना का सशक्त प्रतीक है। 5,061 प्रशिक्षित जवानों वाला यह बैच भारतीय पुलिस के इतिहास में सामूहिक रूप से शपथ लेने वाला अब तक का सबसे बड़ा बैच है। 39 सप्ताह के गहन प्रशिक्षण के दौरान जवानों को नई न्याय संहिता के अनुरूप कानून व्यवस्था, साइबर अपराध, फॉरेंसिक, मानवाधिकार, कम्युनिटी पुलिसिंग तथा नागरिकों के प्रति संवेदनशील व्यवहार का व्यावहारिक प्रशिक्षण प्रदान किया गया। इस युवा एवं शिक्षित बैच ने प्रशिक्षण के साथ-साथ सामाजिक दायित्व निभाते हुए 9 अप्रैल 2025 को एक ही दिन में 1,356 यूनिट स्वैच्छिक रक्तदान कर जनसेवा की प्रेरणादायक मिसाल भी कायम की, जो हरियाणा पुलिस के मानवीय और सेवा-समर्पित चरित्र को सुदृढ़ करती है।
ये रहे उपस्थित
इस अवसर पर हरियाणा के मुख्य सचिव अनुराग रस्तोगी, अतिरिक्त मुख्य सचिव, गृह विभाग सुमिता मिश्रा, पुलिस महानिदेशक ओ पी सिंह, हरियाणा पुलिस अकादमी के डायरेक्टर अरशिन्दर सिंह चावला सहित कई कई अन्य अधिकारीगण उपस्थित थे।

