रोहतक : महर्षि दयानंद यूनिवर्सिटी (MDU) में महिला सफाईकर्मियों से अभद्रता के मामले में कामकाजी महिला समन्वय समिति ( सीटू) ने कार्रवाई की मांग को लेकर उपायुक्त के माध्यम से मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजा है।
प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व कर रही सीटू की कामकाजी महिला समन्वय समिति की जिला संयोजिका कमलेश लाहली ने कहा कि सुपरवाइजर व ठेकेदार के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई करने की मांग की गई। उन्होंने बताया कि एमडीयू रोहतक में 25 से 27 अक्टूबर तक राज्यपाल की विजिट होनी थी। कैंपस में 26 अक्टूबर को सफाई कर रही महिला कर्मचारियों को काम में तेजी लाने के लिए कहा गया इस पर कुछ महिलाओं ने मासिक धर्म आने का हवाला देकर कुछ रियायत देने की अपील की। सुपरवाइजर ने इस पर नाराज होकर अपने संबंधित अधिकारी को शिकायत की उसके बाद महिलाओं की जांच के निर्देश दिए।
इस पर एक महिला कर्मचारियों ने उनके अन्त: वस्त्र जांच, उनके सेनेटरी पैड की फोटो तक ली गई। यह बेहद निंदनीय और शर्मनाक घटना है। यह इस बात को प्रमाणित करती है कि किस प्रकार से अस्थाई और कच्चे रोजगार में ठेकेदार/मालिक किस हद तक उत्पीड़न और शर्मनाक कार्यवाही पर उतर सकते हैं।
प्रतिनिधिमंडल ने एफआईआर दर्ज होने के बावजूद भी संलिप्त व्यक्तियों की गिरफ्तारी ने होने पर गुस्से का भी इज़हार किया। प्रतिनिधिमंडल में जनवादी महिला समिति की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष डा जगमति सांगवान, सीटू जिला प्रधान प्रकाशचंद्र, जिला सचिव कामरेड विनोद, रीना, शीला, भतेरी , कविता, सोनू शामिल रहे।

