कुरुक्षेत्र : कुरुक्षेत्र के विकास की आधारशिला रखने और पर्यटन क्षेत्र के रूप में विकसित करने की सोच के रचयिता भारत रत्न गुलजारी लाल नंदा की 27वीं पुण्यतिथि पर समाज के हर व्यक्ति और संस्था को जोड़ने का संकल्प लिया गया। इस संकल्प के साथ-साथ भारत रत्न गुलजारी लाल नंदा का कुरुक्षेत्र बनाने पर विचार और मंथन किया गया। अहम पहलू यह है कि नंदा स्मारक स्थल की लाइब्रेरी को ई-लाइब्रेरी में बदलने के साथ-साथ उनके जीवन पर आधारित एक विशेष कक्ष बनाने का फैसला भी कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय की तरफ से लिया गया है।
भारत रत्न एवं पूर्व प्रधानमंत्री गुलजारी लाल नंदा की 27वीं पुण्यतिथि पर कुरुक्षेत्र विकास बोर्ड व कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के संयुक्त तत्वाधान में सदाचार स्थल पर कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में पूर्व राज्यमंत्री सुभाष सुधा, कुलपति प्रोफेसर सोमनाथ सचदेवा, पंडित सतपाल महाराज ने नंदा स्मारक के परिसर में पौधारोपण किया। इसके उपरांत विश्वविद्यालय की तरफ से तैयार किए गए वार्षिक कैलेंडर का विमोचन भी किया। सभी मेहमानों ने प्रतियोगिताओं में भाग लेने वाले विद्यार्थियों से बातचीत की और पेंटिंग बनाने वाले छात्र-छात्राओं से बातचीत भी की है।
इससे पहले विधायक अशोक अरोड़ा, पूर्व राज्यमंत्री सुभाष सुधा, विश्वविद्यालय के कुलपति डा. सोमनाथ सचदेवा, उपायुक्त नेहा सिंह, केडीबी के मानद सचिव उपेंद्र सिंघल, 48 कोस तीर्थ निगरानी कमेटी के चेयरमैन मदन मोहन छाबड़ा, प्राधिकरण के सदस्य सौरभ चौधरी, डीवाईसीए के निदेशक डा. विवेक चावला, प्रोफेसर शुचि स्मिता, समाजसेवी विजय सभ्रवाल, समाज सेवी कृष्ण धमीजा, केडीबी सदस्य डा. ऋषिपाल मथाना, कैप्टन अमरजीत सिंह, विजय नरुला, अशोक रोशा, डा. एमके मोदगिल, खरैती लाल सिंगला, समाजसेवी प्रदीप झांब प्रोफेसर, राजेंद्र राणा, डा. एसी नागपाल, डीपीआर केयूके डा. महा सिंह पुनिया,समाजसेवी विनोद गर्ग सहित अन्य गणमान्य लोगों ने नंदा की समाधि पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी है। इसके बाद सभी ने नंदा स्मारक स्थल पर नंदा की प्रतिमा पर पुष्प माला अर्पित की है। इस दौरान कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के संगीत विभाग की तरफ से भजनों की प्रस्तुति दी गई।
पूर्व राज्यमंत्री सुभाष सुधा ने कहा कि कुरुक्षेत्र को विकसित करने में पूर्व प्रधानमंत्री भारतरत्न गुलजारी लाल नंदा के योगदान को कभी भुलाया नहीं जा सकता है।
कुलपति डा. सोमनाथ सचदेवा ने मेहमानों का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि विश्वविद्यालय प्रशासन की तरफ से आने वाले समय में भारत रत्न गुलजारी लाल नंदा के कार्यक्रमों को बड़े स्तर पर मनाने का प्रयास किया जाएगा।
केडीबी के मानद सचिव उपेन्द्र सिंघल ने कहा कि भारत रत्न गुलजारी लाल नंदा का जीवन असाधारण था। उन्होंने साधा जीवन जीते हुए समाज और देश के लिए कार्य किया। इस धर्मक्षेत्र कुरुक्षेत्र के विकास की नींव भी स्वर्गीय नंदा जी ने रखी आज उस नींव पर ही विकास के रूप में एक नई इमारत खड़ी की गई है।
इस कार्यक्रम में समाजसेवी विजय सभ्रवाल ने भी अपने अनुभवों को साझा करते हुए कहा कि भारत रत्न गुलजारी लाल नंदा के योगदानों को कभी भुलाया नहीं जा सकेगा।
नंदा स्मारक स्थल की निदेशिका प्रोफेसर सूचि स्मिता ने मेहमानों का आभार व्यक्त करते हुए स्वर्गीय नंदा जी को लेकर विश्वविद्यालय की तरफ से किए जा रहे कार्यों को विस्तार से सबके समक्ष रखा।
\इस कार्यक्रम के मंच का संचालन उपासना ने किया। इस कार्यक्रम में विभिन्न स्कूलों, कॉलेज व विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों ने अलग-अलग प्रतियोगिताओं में भाग लिया।