हरियाणा के सोनीपत से शनिवार को अयोध्या धाम के लिए 47 बुजुर्ग तीर्थ यात्रियों की बस को भाजपा प्रदेश अध्यक्ष व राई से विधायक मोहन लाल बड़ौली ने स्थानीय बस अड्डे से हरी झंडी दिखाकर रवाना की। इस दौरान इस दौरान उन्होंने कहा कि इस योजना की जितनी सराहना की जाए, उतनी कम है। इस योजना का अन्य प्रदेश भी अनुसरण कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि भारत देश की सभ्यता और संस्कृति बड़ी समृद्ध है, जिसमें हजारों साल पुराने वे धार्मिक स्थल हैं, जिनकी पौराणिक मान्यता है।
हर धार्मिक प्रवृत्ति का इंसान चाहता है कि उनको ऐसे स्थानों पर जाने का अवसर मिले। यही अवसर सरकार ने प्रदान किया है। उन्होंने कहा कि इस योजना में सरकार 60 वर्ष से अधिक आयु के बुजुर्गों को नि:शुल्क तीर्थ यात्रा करवा रही है। इस योजना में वे परिवार आते हैं, जिनकी वार्षिक आय एक लाख 80 हजार रुपए तक या इससे कम है।
उन्होंने कहा कि इस योजना से श्रद्धालुओं की आस्था को भी सम्मान मिल रहा है। बुजुर्ग लोगों को धार्मिक स्थलों की यात्रा करवाई जा रही है। योजना का लाभ लेने के लिए इच्छुक श्रद्धालुओं को मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना के पोर्टल पर पंजीकरण करवाना अनिवार्य है। इस दौरान श्रद्धालुओं को सूचना, जनसम्पर्क, भाषा एवं संस्कृति विभाग की ओर से एक-एक किट भी उपलब्ध करवाई गई। बस में अयोध्या के लिए 47 बुजुर्ग अयोध्या के लिए रवाना हुए। उन्होंने यहां हैप्पी कार्ड का भी जिक्र किया और कहा कि मुख्यमंत्री नायब सिंह ने गरीब लोगों के उत्थान के लिए हैप्पी कार्ड योजना भी शुरू की है, जिसकी मदद से गरीब परिवार एक साल में एक हजार किलोमीटर तक मुफ्त में यात्रा कर सकेगा। यह योजना भी गरीबों के लिए वरदान बन रही है।
इस मौके पर भाजपा जिलाध्यक्ष जसबीर दोदवा, एसडीएम अमित कुमार, जीएम रोड़वेज संजय कुमार, डीआईपीआरओ राकेश गौतम, सहित कई गणमान्य व्यक्ति मौजूद थे।
तीर्थ यात्रा पर जाने का अवसर मिलने पर बुजुर्गों ने जताया सरकार का आभार
बस में सवार होने के दौरान बुजुर्गों के चेहरों पर अलग ही खुशी दिखाई दी। आस्था का भाव लिए बुजुर्गों ने मुख्यमंत्री नायब सिंह, प्रदेश सरकार और जिला प्रशासन का आभार जताया। बस में सवार हुए बुजुर्ग विनोद गुप्ता, रणबीर सिंह, रामकंवार, रत्तन सिंह, सूरजमल, दयावती, सुमित्रा, संतोष, शीला, जयपाल, हवासिंह, अजीत सिंह तथा चांदराम ने सरकार का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि यह सरकार गरीब हितैषी है, जो गरीबों को तीर्थ यात्रा करवा रही है। उन्होंने कहा कि यदि सरकार अपने खर्च पर अयोध्या नहीं भेजती तो उनको पूरी जिंदगी अयोध्या में जाकर रामलला के दर्शन करने का मौका नहीं मिलता। उनके परिवार में आय के इतने साधन नहीं है।