लखनऊ : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश के बाद पशुपालन विभाग ने बर्ड फ्लू को लेकर पोल्ट्री फॉर्मों की जांच व निगरानी और कड़ी कर दी है। विभाग का दावा है कि इसका पॉजिटिव केस सिर्फ उत्तराखंड की सीमा से सटे रामपुर के कुछ पोल्ट्री फॉर्म में ही मिला है। एक से दस किमी. के एरिया को सर्विलांस जोन घोषित कर कार्रवाई की जा रही है। विभाग की मुस्तैदी से स्थानीय स्तर पर ही इसे कंट्रोल कर लिया गया है। प्रदेश के अन्य सभी जनपदों में स्थिति सामान्य है। अभी तक दो पोल्ट्री फॉर्म में पॉजिटिव केस मिले हैं, तीसरे पोल्ट्री फॉर्म में मृत मिले पक्षियों की जांच के लिए सैंपल भोपाल भेजा गया है। एकाध दिन में इसकी रिपोर्ट आ जाएगी।
प्रदेश के शेष जनपदों में स्थिति सामान्य
यूपी के अपर निदेशक, (ग्रेड-1) कुक्कुट डॉ. राजेंद्र प्रसाद ने बताया कि रामपुर को छोड़ प्रदेश के सभी जनपदों में स्थिति सामान्य है। निदेशालय से सभी जनपदों को निर्देश जारी किए गए हैं। निरंतर पोल्ट्री फॉर्मों की निगरानी व जांच की जा रही है, लेकिन किसी अन्य जनपदों में इससे जुड़ी अन्य जानकारी नहीं मिली है। उत्तराखंड सीमा से लगी विलासपुर, रामपुर व स्वार की सीमाओं को सील कर दिया गया है। महाराजा पोल्ट्री फॉर्म में सैनिटाइजेशन की कार्रवाई चल रही है। इसके बाद उसे सील कर दिया जाएगा। इसकी रिपोर्ट यहां से भारत सरकार को भेजी जाएगी। वहां से पोस्ट ऑपरेटिव सर्विलांस प्लान के आदेश प्राप्त होने पर उसके अनुरूप कार्रवाई की जाएगी।
स्वार तहसील में भी पक्षियों के मृत होने की सूचना, एकाध दिन में आएगी रिपोर्ट
मंगलवार को स्वार तहसील के शर्मा पोल्ट्री फॉर्म में पक्षियों के मृत होने की सूचना मिली। इसकी जांच के लिए सैंपल भोपाल भेजे गए हैं। एकाध दिन में जांच रिपोर्ट आने की संभावना है। यदि रिपोर्ट पॉजिटिव आई तो वहां भी भारत सरकार के एक्शन प्लान के अनुरूप कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने बताया कि सबसे पहले रामपुर के कप्तान पोल्टी फॉर्म में पक्षियों के मृत की सूचना प्राप्त हुई थी, तुरंत स्थानीय विभागीय अधिकारियों ने इसकी जांच की। सैंपल को जांच के लिए वल्र्ड ऑर्गनाइजेशन ऑफ एनिमल हेल्थ (वीओएएच) द्वारा अप्रूव नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हाई सिक्योरिटी एनिमल डिजीज लेबोरेट्री भोपाल भेजा गया। वहां से रिपोर्ट पॉजिटिव होने की पुष्टि हुई, जिस पर विभाग ने तत्काल कार्रवाई की, इसलिए हालात सामान्य हैं।
जानकारी रखें, अफवाह से बचने की आवश्यकता
डॉ. बृजेश कुमार त्रिपाठी, उप निदेशक, कुक्कुट ने बताया कि हालात सामान्य है। इसे लेकर किसी भी प्रकार के अफवाह से बचने की आवश्यकता है। एक किमी. के दायरे को इन्फेक्टेड जोन घोषित कर इस क्षेत्र में पालतू पक्षी, अंडे आदि को नष्ट किया गया है। पूरे फॉर्म को सैनिटाइज करने के उपरांत सील कर दिया गया। एक से दस किमी. के एरिया को सर्विलांस जोन घोषित किया गया। उस जोन में रैपिड रिस्पांस टीम (आरआरटी) ने लगातार सर्विलांस किया और सैंपल भेजकर सुनिश्चित किया गया है कि इसका इंफेक्शन कहीं बढ़ा तो नहीं। इस क्षेत्र को निषेध क्षेत्र घोषित किया गया, जिससे इसके बाहर पक्षी-अंडे न आएंगे और न जाएंगे। यह वायरस 70 डिग्री तापमान पर 30 मिनट में नष्ट हो जाता है। अतः यदि अंडा व कुक्कुट उत्पाद को उबाल कर प्रयोग करते हैं तो इसमें संक्रमण की संभावना क्षीण हो जाती है।