bihar electricity news: लगातार बढ़ती गर्मी की वजह से बिहार में बिजली की मांग भी बढ़ रही है. संभावना जताई जा रही है कि इस मौसम में बिजली की खपत रिकार्ड 9 हजार मेगावाट तक पहुंच सकती है. ऐसे में बिहार सरकार ने जनता को बिजली आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए बिहार पावर डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी ने एक ऐतिहासिक लेकिन महंगा फैसला लिया है. बिहार सरकार ने ओपन मार्केट और डीप पोर्टल से बिजली खरीदने का निर्णय लिया है.
बिहार विद्युत विनियामक आयोग की ओर से भी इस पर मोहर लगा दी गई है. इस मंजूरी के बाद कंपनी सितंबर 2025 तक अपनी जरूरत के अनुसार बाजार से बिजली खरीदेगी. बिहार सरकार की ओर से ये फैसला उस वक्त लिया गया है जब जब बिहार को चार नई बिजली इकाइयों से मिलने वाली 1820 मेगावाट बिजली की आपूर्ति में देरी होने की आशंका जताई जा रही है.
bihar electricity news सितंबर तक बिजली खरीदी जाएगी
सितंबर 2025 तक जरूरत के अनुसार बिजली की खरीद की जाएगी. आयोग की मंजूरी के बाद अब कंपनी जुलाई में 9.68 रुपये प्रति यूनिट, अगस्त में 9.84 रुपये प्रति यूनिट, और सितंबर में 9.79 रुपये प्रति यूनिट की दर से डीप पोर्टल से बिजली खरीदेगी. कभी-कभी ओपन एक्सचेंज से बिजली खरीदने पर यह दर 11-12 रुपये प्रति यूनिट तक भी पहुंच जाती है, जो सामान्य दर से लगभग दोगुनी है. लेकिन कंपनी का कहना है कि जनता को लगातार बिजली आपूर्ति उपलब्ध कराना बहुत जरुरी है.
संभावित कमी को पूरा करने के लिए बिजली खरीदने का फैसला
कंपनी के अधिकारियों ने जानकारी देते हुए बताया कि इस साल बिहार को नॉर्थ कर्णपुरा, बक्सर की चौसा की दो इकाइयां और बाढ़ स्टेज-1 की तीसरी इकाई से कुल 1820 मेगावाट बिजली मिलने वाली थी. ये इकाइयां मई-जून 2025 में शुरू होने वाली थीं, लेकिन तकनीकी और अन्य दिक्कतों के चलते इनके शुरू होने में देर हो सकती है. इसी संभावित कमी को पूरा करने के लिए कंपनी ने डीप पोर्टल और ओपेन एक्सचेंज मार्केट से बिजली खरीदने का कठिन निर्णय लिया है.