Bihar: शिक्षा विभाग ने 5 विश्वविद्यालयों पर बड़ा एक्शन लिया है। विभाग ने इन पांचों विश्वविद्यालयों के कर्मचारियों की सैलरी और पेंशन पर रोक लगा दी है। सैलरी देने की नई व्यवस्था के तहत ये कार्रवाई की गई है।
इसी के साथ विभाग ने राज्य के 8 अन्य विश्वविद्यालयों के लिए करोड़ों रुपये का फंड जारी कर दिया है। इस फैसले के बाद से ही शिक्षकों और कर्मचारियों काफी परेशान है।
इन 5 विश्वविद्यालयों की रोकी गई सैलरी
रोकी गई विश्वविद्यालयों में पटना विश्वविद्यालय, तिलकामांझी भागलपुर विश्वविद्यालय, कामेश्वर सिंह दरभंगा संस्कृत विश्वविद्यालय, वीर कुंवर सिंह विश्वविद्यालय आरा और मुंगेर विश्वविद्यालय शामिल हैं।
इन 8 विश्वविद्यालयों के लिए जारी किए गए करोड़ों रुपए
वहीं, विभाग ने राज्य के शेष आठ विश्वविद्यालयों में कार्यरत शिक्षकों और कर्मचारियों को वेतन, सेवानिवृत्त अध्यापकों और कर्मियों को पेंशन भुगतान के लिए 171 करोड़ 96 लाख रुपये जारी किया है। इनमें मगध विश्वविद्यालय, बोधगया को 25.28 करोड़, बीआर आंबेडकर बिहार विश्वविद्यालय, मुजफ्फरपुर को 32.66 करोड़, जय प्रकाश विश्वविद्यालय, छपरा को 13.66 करोड़ रुपये की राशि, मौलाना मजहरूल हक अरबी और फारसी विश्वविद्यालय को 01.66 करोड़ शामिल है।
पिछले साल शिक्षा विभाग ने जारी किए थे आदेश
दरअसल, पिछले साल 10 नवंबर को शिक्षा विभाग ने सभी विश्वविद्यालय के कुलसचिवों के लिए निर्देश जारी किया था कि शिक्षकों और कर्मचारियों के वेतन भुगतान के लिए नई व्यवस्था शुरू की गई है, जिसमें शिक्षकों और कर्मचारियों का डाटा पे-रोल मैनेजमेंट पोर्टल पर अपलोड करना अनिवार्य है।
अगर ऐसा नहीं होता है तो उस विश्वविद्यालय की वेतन रोक दिया जाएगा। जिन संस्थानों ने प्रमाण पत्र दिया है कि उन्होंने जो भी जानकारी पे-रोल मैनेजमेंट पोर्टल दी है वो सभी जानकारी सही है, उन्हें ही को ये राशि प्रदान की गई है।