Thursday, August 21, 2025
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रोहतक में बड़े संस्थानों को अपने स्तर पर कचरे का करना होगा निष्पादन

Rohtak News : रोहतक मंडल के आयुक्त पीसी मीणा ने स्वच्छता को लेकर प्रभावी एवं निरंतर चलने वाली रणनीति अपनाने के निर्देश दिए हैं। मीणा लघु सचिवालय के सभागार में स्वच्छता को लेकर मंडल स्तरीय बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे। उन्होंने कहा कि स्वच्छता को लेकर उच्च प्रशासनिक अधिकारियों को फील्ड में उतरना होगा। उन्होंने कहा कि अधिकारी कूड़ा उठान को लेकर औचक निरीक्षण करें।
उन्होंने कहा कि स्वच्छता को लेकर मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी के नेतृत्व वाली राज्य सरकार गंभीर है। इस बारे मुख्य सचिव द्वारा भी सख्त हिदायतें जारी की जा चुकी है। उन्होंने निर्देश देते हुए कहा कि कूड़े के सभी सेकेंडरी पॉइंट्स को पक्का करके उनकी फेंसिंग की जाए। इसके साथ ही उन्होंने निर्देश जारी करते हुए कहा कि सेकेंडरी पॉइंट व गार्बेज वल्नरेबल पॉइंट (जीवीपी) की चेकिंग के लिए अधिकारियों की टीम गठित की जाए। यह टीम नियमित अंतराल के बाद इन प्वाइंटों को चेक करें कि कूड़े का उठान सही तरीके से हो रहा है या नहीं। संबंधित टीम को इस बारे में रिपोर्ट भी प्रस्तुत करनी होगी। उन्होंने कहा कि रोजाना के आधार पर कूड़ा उठान की मॉनिटरिंग सुनिश्चित करनी होगी। ऐसी व्यवस्था गांव, कस्बों व शहरों में सुनिश्चित की जाए। उन्होंने कूड़ा उठान को लेकर यह निर्देश दिए की टेंडर प्रक्रिया को समय पर आरंभ किया जाए। उन्होंने डोर टू डोर कूड़ा कलेक्शन के बारे में भी रिपोर्ट प्राप्त की और आवश्यक दिशा निर्देश जारी किए।
उन्होंने निर्देश देते हुए कहा कि जो संस्थान अधिक मात्रा में कचरा उत्पादन करते हैं, वे अपने स्तर पर ही कचरे का निष्पादन सुनिश्चित करें। अगर ऐसे संस्थान खुले में कचरा डालते हैं तो उनके खिलाफ कार्रवाई करते हुए जुर्माना लगाया जाएं। उन्होंने मंडल के अंतर्गत आने वाले सभी जिलों के अधिकारियों से सेकेंडरी प्वाइंट्स, जीवीपी मैटिरियल रिकवरी फैसिलिटी (एमआरएफ) व बल्क वेस्ट जनरेटर आदि के बारे में रिपोर्ट प्राप्त कर आवश्यक दिशा निर्देश जारी किए। इसके साथ ही उन्होंने पुराना कचरा उठाने के बारे में भी रिपोर्ट मांगी और दिशा निर्देश जारी किए।
मंडल आयुक्त ने  स्वच्छता को लेकर अंतर विभागीय तालमेल को भी मजबूत करने के निर्देश दिए। उन्होंने ऐसे प्वाइंटों को भी चिन्ह्ति करने के निर्देश दिए जहां पर सीवरेज अथवा पेयजल पाइपलाइन की लीकेज हो या फिर रोड टूटी हुई हो। इस प्रकार की समस्याओं की फोटोग्राफ संबंधित विभागों को भेज कर उनका समाधान सुनिश्चित करवाएं। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि वे स्वच्छता को लेकर ऐसा कार्य करें कि राज्य स्तर पर उनके काम को पहचान मिले और स्वयं को भी संतुष्टि प्राप्त हो।
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