Sunday, November 24, 2024
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AAP सरकार को लगा बड़ा झटका, गणतंत्र दिवस परेड में नहीं दिखेगी दिल्ली-पंजाब की झांकियां

गणतंत्र दिवस के मौके पर इस बार फिर दिल्ली वालों को थोड़ी निराशा हाथ लगने वाली है। दरअसल इस साल भी कर्तव्य पथ पर दिल्ली और पंजाब की झांकी नजर नहीं आएगी। दरअसल रक्षा मंत्रालय की स्क्रीनिंग कमेटी ने दिल्ली की झांकी के प्रस्ताव को रिजेक्ट कर दिया है।

नई दिल्ली। AAP सरकार को बड़ा झटका लगने वाली खबर सामने आयी है। जानकारी के अनुसार अबकी बार 26 जनवरी की परेड में दिल्ली और पंजाब की झांकी नहीं दिखाई जाएगी। इस दौरान चंडीगढ़ की भी कोई भी झांकी दिखाई नहीं जाएगी। इस बार केवल 20 राज्यों की ही झांकियां दिखाई जाएंगी। यह लगातार दूसरा साल है जब पंजाब की झांकी और तीसरा साल है जब दिल्ली की झांकी को स्थान नहीं दिया जा रहा है। दरअसल रक्षा मंत्रालय की स्क्रीनिंग कमेटी ने दिल्ली और पंजाब की झांकी के प्रस्ताव को रिजेक्ट कर दिया है।

दिल्ली और पंजाब की झांकी के प्रस्ताव रिजेक्ट

दिल्ली सरकार के कला, संस्कृति और भाषा विभाग के मंत्री सौरभ भारद्वाज ने भी इसकी पुष्टि की है। यह लगातार तीसरा गणतंत्र दिवस होगा, जब दिल्ली की झांकी देश के मुख्य समारोह का हिस्सा नहीं होगी। आखिरी बार 2021 में दिल्ली की झांकी गणतंत्र दिवस परेड में शामिल हुई थी। उस साल चांदनी चौक (शाहजहांनाबाद) में किए गए री-डिवेलपमेंट की थीम पर आधारित झांकी निकाली गई थी।

वहीँ दिल्ली में गणतंत्र दिवस की परेड पर इस बार भी पंजाब की झांकी दिखाई नहीं देगी। साल 2024 की गणतंत्र दिवस की परेड के लिए पंजाब सरकार ने तीन झांकियों का प्रारूप भेजा था, जिसे केंद्र ने अस्वीकार कर दिया है। इस पर मुख्यमंत्री भगवंत मान ने काफी नाराजगी जताई है। मान ने कहा कि इस साल भी झांकी के लिए चुने गए राज्यों में से 90 प्रतिशत से अधिक भाजपा के शासन वाले राज्य हैं। पंजाब और दिल्ली दोनों की झांकी को नहीं चुना गया है। मान ने कहा कि उन्हें बुधवार को केंद्र से एक लेटर मिला, जिससे पता चला कि पंजाब की झांकी को शामिल नहीं किया गया है। उन्होंने मोदी सरकार पर गणतंत्र दिवस समारोह का भगवाकरण करने का आरोप लगाया।

दिल्ली की झांकी भी कैंसिल
दिल्ली की इस थीम पर थी झांकी

दिल्ली सरकार के सूत्रों के मुताबिक, इस साल ‘विकसित भारत’ की थीम के तहत दिल्ली सरकार की ओर से जिस झांकी का प्रस्ताव केंद्र सरकार को भेजा गया था, उसमें दिल्ली के विकास की नई तस्वीर पेश करने का विचार प्रस्तुत किया गया था। झांकी में दिल्ली के नए सरकारी स्कूलों, अस्पतालों और मोहल्ला क्लीनिकों के मॉडल को दर्शाया जाने वाला था, जिन्होंने दिल्ली को एक नई पहचान दिलाई है, लेकिन केंद्र सरकार की स्क्रीनिंग कमिटी को यह थीम जंची नहीं और इसीलिए उन्होंने दिल्ली सरकार के प्रस्ताव को रिजेक्ट कर दिया। आप प्रवक्ता प्रियंका कक्कड़ ने कहा है कि दिल्ली और पंजाब की झांकी को गणतंत्र दिवस पर मौका न देना दुर्भाग्यपूर्ण है। केंद्र की मोदी सरकार आप की सरकारों को लेकर दुर्भावना से काम कर रही है। दिल्ली सरकार स्वास्थ्य और शिक्षा के क्षेत्र में कराए गए कार्यों को लेकर झांकी तैयार करना चाहती थी जो केंद्र को पसंद नहीं आया है।

पंजाब की इस थीम पर थी झांकी

पंजाब सीएम भगवंत मान ने बताया कि इस साल पंजाब सरकार ने तीन विषय ‘पंजाब-शहीदों और बलिदानों की गाथा’, ‘नारी शक्ति’ (माई भागो-पहली महान सिख जंगजू बीबी) और ‘पंजाब का समृद्ध सभ्याचार की पेशकारी’ विषयों को झांकी के लिए भेजा था। उन्होंने केंद्र सरकार को याद दिलाया कि अगर अंडमान-निकोबार को अपनी झांकी पेश करनी पड़ती तो पंजाब उसमें भी होता, क्योंकि भारत की आजादी का संघर्ष पंजाब और पंजाबियों के योगदान से भरा हुआ है। यह भाजपा की साजिश है, ताकि देश की एकता और अखंडता को बरकरार रखने में पंजाब के बलिदान को छिपाया जा सके। मान ने इसकी तीखी आलोचना करते हुए केंद्र सरकार की निंदा की है। उन्होंने कहा कि आजादी की लड़ाई में सबसे ज्यादा कुर्बानियां देने वाले राज्य की झांकी को नहीं दिखाया जा रहा है। यह पंजाब के साथ पक्षपाती रवैया है।

झांकी को स्थान न मिलना निराशाजनक

पंजाब की झांकी को मंजूरी नहीं मिलने पर केंद्र सरकार पर सीएम भगवंत मान के तीखे बोल पर भाजपा ने ऐतराज जताया है। भाजपा प्रदेश प्रधान सुनील जाखड़ ने अपने एक्स हैंडल पर प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि गणतंत्र दिवस परेड में पंजाब की झांकी को गौरवपूर्ण स्थान मिलना चाहिए था। हर पंजाबी चाहेगा कि हमारी समृद्ध संस्कृति, हमारा इतिहास जो बलिदानों से भरा है और गुरु साहिबान का सार्वभौमिक भाईचारे का संदेश 26 जनवरी को देश के सामने प्रदर्शित हो। पंजाब की झांकी का भाग न लेना निश्चित रूप से हम सभी के लिए निराशाजनक है। उन्होंने आगे लिखा कि लेकिन भगवंत मान द्वारा इस मुद्दे को राज्य में लोगों की भावनाएं भड़काने के बहाने के रूप में इस्तेमाल करने का कोई कारण नहीं है। भगवंत मान ने आज जिस तरह की अभद्र भाषा का इस्तेमाल किया है, वह अशोभनीय है।

आपको बता दें कि दिल्ली के कर्तव्य पथ पर 26 जनवरी यानी गणतंत्र दिवस परेड के लिए तैयारियां जोरों पर हैं। आज बृहस्पतिवार से गणतंत्र दिवस की परेड के लिए सुरक्षाकर्मियों की रिहर्सल शुरू की गई है। 26 जनवरी के दिन सुरक्षाकर्मी पूरी तैयारी और जोश के साथ अपना पराक्रम दिखाएंगे। वहीँ पंजाब सीएम के बयानों पर भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता आरपी सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री भगवंत मान बिना वजह इस पर राजनीति कर रहे हैं। यह झांकियां किसी तकनीकी पहलू पर रद की गई होंगी। उन्होंने कहा कि भगवंत मान को आदत है कि वह हर बात पर राजनीति करें।

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