भिवानी : भूमाफिया व भिवानी नगर परिषद के भ्रष्टाचार के खिलाफ कार्रवाई में देरी के विरोध में मंगलवार को भिवानी संघर्ष के सदस्यों का गुस्सा फूटा तथा उन्होंने शहर में प्रदर्शन कर भिवानी नगर परिषद कार्यालय का घेराव किया तथा नप कार्यालय को ताला जड़ जमकर नारेबाजी करते हुए आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग की। इस दौरान भिवानी संघर्ष समिति के पदाधिकारियों ने नगर परिषद ईओ को मांगपत्र भी सौंपा।
प्रदर्शन की शुरुआत स्थानीय नेकीराम लाईब्रेरी के नजदीक से हुई, जिसके बाद प्रदर्शनकारी नगर परिषद कार्यालय तक पहुंचे तथा नप कार्यालय का घेराव कर ताला जड़ा। इस मौके पर भिवानी संघर्ष समिति की कोर कमेटी सदस्य राजेंद्र तंवर, सुरेश प्रजापति, प्रवक्ता सुरेश सैनी, रोहित शर्मा, रणबीर भाटी, राजकुमार, सुनील ने कहा कि शहर में इन दिनों भू-माफियाओं का बोलबाला है तथा वे नगर परिषद के कुछ भ्रष्ट कर्मचारियों के साथ मिलकर लोगों के साथ अन्याय कर रहे है। जिसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि कुछ भूमाफिया द्वारा नगर परिषद के कर्मचारी व अधिकारियों से मिली बात करके स्थानीय महम रोड चौखानी ईस्टेट में एक गली की फर्जी की पीआईडी-3सीएमएनसीवाईएन7 बनवाई तथा गली पर नाजायज कब्जा करने की कोशिश की जा रही है। जो कि कानून व्यवस्था की सरेआम धज्जियां उड़ाने के समान है। उन्होंने कहा कि भूमाफियाओं की दबंगई से क्षेत्रवासियों में काफी रोष है, क्योंकि वे पिछले काफी दिनों से न्याय की मांग को लेकर दर-दर भटक रहे है। लेकिन पीड़ितों की कही कोई सुनवाई नहीं हो रही।
प्रदर्शनकारियों ने कहा कि पीड़ित मुरारी सैनी ने वर्ष 2019 में चौखानी परिवार से 1005 गज जमीन मोल ले ली। उन्होंने कहा कि उस समय जो नक्शा दिखाया गया, उसमें मुरारी के घर के सामने से महम रोड को जोड़ती गली दिखाई गई थी, जो नक्शा आज भी उनके पास है।
भिवानी संघर्ष समिति के सदस्यों ने प्रशासन से मांग की की दोषी कर्मचारियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की जाए तथा फर्जी पीआईडी को रद्द कर भूमाफिया व भ्रष्टाचारी अधिकारियों को गिरफ्तार किया जाए। उन्होंने चेतावनी दी कि 17 जून तक आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं हुई तो 18 जून से भिवानी संघर्ष समिति पीडि़तों को साथ लेकर नगर परिषद कार्यालय के बाहर क्रमिक अनशन पर बैठने को मजबूर होंगे।