ATM charge hike: अगले महीने से एटीएम से कैश निकालने पर उपभोक्ताओं को अधिक चार्ज देना पड़ेगा. भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) की ओर से नेशनल पेमेंट्स कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया (एनपीसीआई) के प्रस्ताव को मंजूरी देने के बाद दूसरे बैंक के एटीएम से पैसे निकालना अब महंगा हो जाएगा.
नए नियम के तहत अब दूसरे बैंक के एटीएम से एक तय लिमिट के बाद पैसे निकालने पर पहले जहां 21 रुपये लगते थे, तो वहीं अब 23 रुपये लगेंगे. इसके साथ ही साथ एटीएम से बैलेंस चेक करने के चार्ज को भी 7 रुपए से बढ़ाकर अब 9 रुपए कर दिया गया है. ये नए चार्ज 1 मई 2025 से लागू हो जायेंगे.
ATM charge hike: तीन ट्रांसजेक्शन पर कोई शुल्क नहीं
आपको बता दें कि फिलहाल मेट्रो सिटी जैसे मुंबई, कोलकाता, नई दिल्ली इत्यादि में पांच ट्रांसजेक्शन मुफ्त है. लेकिन इससे ज्यादा ट्रांसजेक्शन करने पर 21 रुपये चार्ज देना होता है. बैंक अपने ग्राहकों को दूसरे एटीएम में महीने में मेट्रो शहरों में 5 और नॉन मेट्रो 3 फ्री ट्रांजेक्शन की लिमिट देता है. इसके ऊपर पर ट्रांजेक्शन पर ये बढ़ा हुआ चार्ज लगेगा.
क्या होता विड्रॉल चार्ज
उदाहरण के लिए आपको बता दें कि यदि कोई पंजाब नेशनल बैंक का ग्राहक है और वो कैश निकालने के लिए दूसरे बैंक के एटीएम का इस्तेमाल करता है तो दूसरा बैंक पंजाब नेशनल बैंक से interchange fees वसूलता है. अब इसी फीस को पंजाब नेशनल बैंक अपने ग्राहक से विड्रॉल चार्ज के नाम पर वसूलेगा.
क्यों बढ़ाया जा रहा है एटीएम चार्ज
एटीएम चार्ज बढ़ाने की वजह है एटीएम नेटवर्क ऑपरेटर और व्हाइट लेबल एटीएम कंपनियों की ओर से इंटरचेंज फीस बढ़ाने की मांग करना. उनका मेंटिनेंस और ऑपरेशन खर्च पहले की तुलना में बढ़ गया था. ऐसे में नेशनल पेमेंट्स कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया ने इस मांग को रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया के सामने रखा था, जिसको अब आरबीआई ने हरी झंडी दे दी है.