हरियाणा के सभी एचसीएमएस डॉक्टर्स15 जुलाई को हरियाणा सिविल मेडिकल सर्विसेस एसोसिएशन के आह्वान पर अपनी लंबित मांगों को लेकर प्रदेशभर में 2 घंटे की पेन डाउन हड़ताल करेंगे, इसका असर प्रदेशभर के नागरिक अस्पतालों, उप मंडल अस्पतालों, पीएचसी, सीएचसी, डिस्पेंसरी तथा पॉलीक्लीनिक पर पड़ेगा.
एसोसिएशन के जिला प्रधान डॉ विश्वजीत राठी ने अन्य पदाधिकारियों के साथ सीएमओ डॉ अनिल बिरला को ज्ञापन सौंप कर जानकारी दी कि एचसीएमएस डॉक्टर्स की मांगें पूरी न होने के कारण हरियाणा के सभी एचसीएमएस डॉक्टर 15 जुलाई को दो घंटे की हड़ताल पर रहेंगे जिसमें सभी डॉक्टर दो घंटे तक ओपीडी के मरीज नहीं देखेंगे तथा अगर मांगें नहीं मानी जाती हैं तो 25 जुलाई से हरियाणा के सभी एचसीएमएस डॉक्टर पूरी तरह हड़ताल पर जाने को मजबूर होंगे जिसमें ओपीडी, इमरजेंसी, पोस्टमार्टम, सभी प्रोग्राम का कार्य डॉक्टरों द्वारा बंद कर दिया जाएगा। इस मौके पर डॉ राजबीर सबरवाल, डॉ सत्यवान, डॉ जीडी शर्मा, डॉ अनिलजीत त्रेहान, डॉ केएल मलिक, डॉ हरमिंदर सिंह, डॉ भंवर सिंह तथा डॉ परितेव सिंह मौजूद रहे।
साथ ही प्रधान डॉ विश्वजीत राठी ने बताया की शनिवार 13 जुलाई को राज्य प्रधान डॉ राजेश ख्यालिया की अध्यक्षता में रोहतक के सभी डॉक्टर्स के साथ जनरल बॉडी मीटिंग का भी आयोजन किया गया है जिसमें अपनी मांगों को लेकर सभी डॉक्टर आपस में चर्चा करेंगे तथा आगे की रणनीति पर विचार रखेंगे।
ये हैं प्रमुख मांगें :
1. NEET PG Bond – एसोसिएशन की बॉन्ड कम करने की मांग सरकार द्वारा हामी भरने के बावजूद आगे नहीं बढ़ पाई है, NEET PG EXAM एक महीने बाद होने वाला है, मध्यम वर्ग से आने वाले सरकारी डॉक्टरों से एक एक करोड़ की दो प्रॉपर्टी गिरवी रखवाई जाती हैं जो देने में सरकारी डॉक्टर सक्षम नहीं हैं, बॉन्ड 1 करोड़ से 50 लाख किया जाए तथा कुछ भी गिरवी न रखवा कर पोस्ट डेटेड चेक लिया जाए।
2. Dynamic ACP (4 ACP) structure- डॉक्टरों की लंबे समय से मांग रही है की एसीपी (एश्योर्ड करियर प्रोग्रेशन) की फाइल जो कई वर्षों से माननीय मुख्यमंत्री से अनुमति मिलने के बाद भी सरकार के पास लंबित है उसको जल्दी से जल्दी अमल में लाया जाए।
3. केंद्र सरकार के अनुसार हरियाणा के सरकारी डॉक्टरों को भत्ते दिए जाएं, डॉक्टरों द्वारा किए जाने वाले कामों के लिए सरकार द्वारा उचित गाइडलाइन जारी की जाएं ।
4. डॉक्टरों की कमी – डॉक्टरों की कमी की वजह से जनता तथा डॉक्टर दोनो को समस्या का सामना करना पड़ता है तथा जनसंख्या के हिसाब से डॉक्टर काफी कम हैं जिससे कार्य की गुणवत्ता पर असर पड़ता है, एसोसिएशन मांग करती है की पॉलिसी बदल कर नई पोस्ट बनाए तथा जो पद खाली हैं उनको जल्द से जल्द भरा जाए।
5. OPS – पेंशन बहाली संघर्ष समिति तथा अन्य कर्मचारियों के साथ मिलकर एसोसिएशन पुरजोर तरीके से OPS की लड़ाई लड़ती रहेगी तथा NPS और GPS की खिलाफत करती रहेगी।
6. डॉक्टरों के सभी रूटीन कार्यों में देरी – Promotion, LTC, ACP Case, Probation Case, पोस्टमार्टम अलाउंस, CCL छुट्टी अप्रूवल तथा अन्य कई कार्यों के लिए डीलिंग कर्मचारियों द्वारा कई जगह पैसे लिए जाते हैं तथा लंबे समय से यह भ्रष्टाचार डिपार्टमेंट में चल रहा है जिसकी वजह से कोई भी कार्य समय पर पैसे न देने वाले डॉक्टर या अन्य कर्मचारियों का नहीं हो पाता। एसोसिएशन अपना विरोध दर्ज कराते हुए यह मांग करता है की डीलिंग की जवाबदारी तथा समयसीमा तय हो।
7. डायरेक्ट एसएमओ भर्ती – डायरेक्ट एसएमओ भर्ती कई वर्षों से बंद है, कई वर्ष बाद अचानक से अगर बड़ी संख्या में सरकार डायरेक्ट एसएमओ भर्ती करती है तो जो डॉक्टर 20 साल की नौकरी के बाद भी पहले प्रमोशन से एसएमओ तक नहीं बन पाए उनके लिए यह अन्याय होगा, यह तरीका अगर अपनाया गया तो यह कोर्ट में भी चैलेंज होगा।