Haryana News : आम आदमी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. सुशील गुप्ता ने दुध-दही, खान-पान में मिलावट को लेकर हरियाणा सरकार पर सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि आज हरियाणा में खाद्य सामग्री में मिलावट एक गंभीर मुद्दा है।
मिलावटखोरी में हरियाणा देश के टॉप-4 राज्यों में है। पिछले चार वर्ष के आंकड़ों बताते हैं कि हरियाणा में हर तीसरा खाद्य सैंपल फेल पाया गया है। यह चिंताजनक स्थिति प्रदेश की स्वास्थ्य सुरक्षा पर सवाल उठाती है। पिछले चार वर्षों में लिए गए कुल 12,859 नमूनों में से 3,638 नमूने मानकों पर खरे नहीं उतर सके, जो प्रदेश के नागरिकों के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ का स्पष्ट प्रमाण है। लेकिन हरियाणा सरकार का इस तरफ कोई ध्यान नहीं है।
उन्होंने कहा कि खाद्य सामग्री में मिलावट के कारण जनता के स्वास्थ्य को गंभीर खतरा है। लंबे समय तक मिलावटी चीजों का सेवन करने से पेट में संक्रमण, अल्सर और कैंसर जैसी घातक बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है। बीजेपी सरकार को जनता के स्वास्थ्य से समझौता नहीं करना चाहिए। यह बेहद आवश्यक है कि हरियाणा की बीजेपी सरकार मिलावटखोरों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करे और खाद्य सुरक्षा विभाग को मजबूत करे।
उन्होंने कहा कि हरियाणा में मिलावट की मुख्य वजह प्रदेश में एफएसओ की कमी है। प्रदेश में कुल 17 ऑफिसर हैं। ढाई साल से ज्यादा समय में बीजेपी सरकार 41 एफएसओ की भर्ती नहीं कर पाई। ज्यादातर सैंपल केवल त्योहारी सीजन के दौरान अक्टूबर-नवंबर में लिए जाते हैं।
दूसरी मुख्य वजह प्रदेश की भौगोलिक स्थिति है, हरियाणा की सीमाएं उत्तर प्रदेश और अन्य राज्यों से सटी होने के कारण, मिलावटी सामग्री आसानी से प्रदेश में प्रवेश कर जाती हैं। उन्होंने बीजेपी सरकार से रिक्त पदों को तत्काल प्रभाव से भरने, सीमावर्ती इलाकों में नियमित निगरानी के लिए विशेष टीमें गठित करने और मिलावटखोरों के खिलाफ कठोर दंडात्मक प्रावधान लागू करने की मांग की।