रोहतक : अतिरिक्त उपायुक्त वैशाली सिंह ने कहा कि एक पेड़ माँ के नाम अभियान के तहत पौधारोपण के लिए ग्रामीण क्षेत्र में सही जगह का चुनाव किया जाये ताकि सभी पौधे जीवित रह सके। ग्रामीण क्षेत्र में विशेषकर बंजर भूमि में पौधारोपण के लिए सभी तैयारियां की जाये। अधिकारी इस अभियान को खानापूर्ति न मानकर बल्कि गंभीरता के साथ ले। जिला में 12 अगस्त (अन्तरराष्ट्रीय युवा दिवस) को 2 लाख पौधे रोपने का लक्ष्य रखा गया है।
वैशाली सिंह स्थानीय जिला विकास भवन स्थित सभागार में एक पेड़ माँ के नाम अभियान के तहत पौधारोपण कार्यक्रम की तैयारियों की समीक्षा कर रही थी। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि सभी विभाग पौधारोपण अभियान में अपनी भूमिका निभाये तथा मेरी लाइफ पोर्टल पर पौधारोपण के फोटो व विवरण अपलोड करें। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी द्वारा पर्यावरण दिवस के अवसर पर देशवासियों से एक पेड़ माँ के नाम लगाने का आह्वान किया था। अभियान के दौरान रोपे जाने वाले पौधों की देखभाल भी जाए।
जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी महेश कुमार ने कहा कि प्रकृति के संतुलन के दृष्टिगत तथा युवाओं को प्रोत्साहित करने के लिए एक पेड़ मां के नाम अभियान शुरू किया गया है।
जिला वन अधिकारी इस अभियान के नोडल अधिकारी होंगे। सभी विभाग उपलब्ध भूमि के अनुसार, वन विभाग से आगामी 3 अगस्त तक पौधों की मांग करें तथा 7 अगस्त तक गड्ढे खुदवाएं। अधिकारी यह भी सुनिश्चित करें कि पौधारोपण की जियो टैगिंग के साथ-साथ फोटो व विवरण मेरी लाइफ पोर्टल पर 12 अगस्त को ही अपलोड करवाना सुनिश्चित करें। पौधों की मांग भिजवाने के बाद 11 अगस्त को संबंधित विभाग संबंधित नर्सरियों से पौधे प्राप्त करें। उन्होंने कहा कि मनरेगा के तहत भी जिला में 19 हजार पौधे लगाने का लक्ष्य रखा गया है। ग्रामीण क्षेत्र में बंजर भूमि पर भी पौधारोपण की तैयारी की जा रही है तथा पौधों के रख-रखाव के लिए भी मनरेगा के तहत प्रावधान किया जा रहा है।
जिला वन अधिकारी सुंदर लाल ने कहा कि एक पेड़ मां के नाम अभियान के तहत सभी विभाग अपने कार्यालय के परिसर में उपलब्ध स्थान के अनुसार, 12 अगस्त को पौधे रोपें। वन विभाग द्वारा विभागों की मांग अनुसार वन विभाग की नर्सरियों से मुफ्त पौधे उपलब्ध करवाये जाएंगे। इन पौधों में फलदार पौधे अमरूद-जामुन भी शामिल है।