हरियाणा के जींद जिले के गांव जाजनवाला निवासी 28 वर्षीय प्रदीप नैन देश की सेवा करते हुए शहीद हो गए। सोमवार को पैतृक गांव में शहीद का सैनिक सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया। हजारों लोगों ने भारत माता के जयकारों के साथ उनको विदाई दी। शहीद को चचेरे भाई कुलदीप ने दी मुखाग्नि दी।
बता दें कि पैरामिल्ट्री कमांडो प्रदीप नैन तैनात थे। कुलगाम जिले में आतंकवादियों के साथ हुई मुठभेड़ में लोहा लेते समय शहीद हो गए। प्रदीप नैन की शहादत की सूचना गांव जाजनवाला पहुंची तो गांव में शोक की लहर दौड़ गई। परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल हो गया।
जम्मू कश्मीर के कुलगाम में आतंकवादियों से मुठभेड़ में वीरगति को प्राप्त हुए हरियाणा के लाडले बेटे गांव जाजनवाला नरवाना (जीन्द) निवासी पैरा कमांडो प्रदीप नैन को नमन करता हूं। मां भारती के लिए किया गया उनका सर्वोच्च बलिदान हमेशा प्रेरणा का स्त्रोत रहेगा।
ईश्वर से प्रार्थना है कि… pic.twitter.com/lBulM80L7T
— Subhash Barala (@subhashbrala) July 8, 2024
सोमवार सुबह शहीद कमांडो का पार्थिव शरीर जैसे ही घर पहुंचा तो मातम पसर गया। पूरा गांव रोने लगा। उनकी अंतिम विदाई में हजारों लोग उमड़ पड़े। गांव के श्मशान घाट में उनका राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया।
गांव जाजनवाला निवासी प्रदीप नैन परिवार का इकलौता चिराग था। वर्ष 2015 में वह पैरा मिल्ट्री में सिपाही के पद भर्ती हुआ था। शहीद की पत्नी 3 महीने की गर्भवती हैं। प्रदीप नैन के पिता बलवान सिंह खेतीबाड़ी करते हैं।
ग्रामीणों ने बताया कि प्रदीप नैन मिलनसार था। वहीं पिता बलवान ने कहा इकलौत बेटे को खोने का गम तो है लेकिन शहदात पर गर्व भी है।