रोहतक : मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने बुधवार को एमडीयू रोहतक में मुख्यमंत्री शहरी योजना के तहत 15250 लोगों को 30-30 गज के प्लाट आवंटित किए।
जिसमें पहले विभिन्न छात्र संगठनों ने प्रदर्शन की चेतावनी दे रखी थी, वहीं सभी छात्र संगठनों के प्रतिनिधियों को प्रशासन द्वारा प्रदर्शन न करने की बात कही गई व उन्हें बुलाकर आश्वासन दिया गया कि सभी छात्र संगठनों के दो सदस्यों को अपनी मांगे रखने के लिए मुख्यमंत्री से मिलवाया जाएगा। वहीं लगभग 10 छात्र संगठनों को एमडीयू के फैकल्टी हाउस में बुलाया गया। जहां पर 9 छात्र संगठनों को मुख्यमंत्री से मिलवाया गया।
वहीं आम आदमी पार्टी के छात्र संगठन सीवाईएसएस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष दीपक धनखड़ को दूसरे कमरे में ले जाकर हिरासत में लेकर नजर बंद किया गया।
छात्र नेता दीपक धनखड़ ने आरोप लगाते हुए कहा कि वह हर बार प्रशासन के साथ मिलकर बातचीत के माध्यम से मुख्यमंत्री से मिलने का समय मांगते हैं , लेकिन उन्हें झूठ बोलकर बुलाया जाता है और बाद में गिरफ्तार कर के उनपर झूठा मुकदमा लगा दिया जाता है ।
धनखड़ ने कहा कि एक स्वस्थ लोकतंत्र के लिए यह बेहद खतरनाक है कि किसी एक छात्र संगठन के साथ पक्षपात किया जाए ।
धनखड़ ने कहा कि वह एक दशक से छात्रों की आवाज उठते रहे हैं और उसके चलते उन पर आठ मुकदमे लग चुके हैं। आज भी वे मुख्यमंत्री के सामने नई शिक्षा नीति ,विश्वविद्यालय में खाली पड़े रिक्त पद भरने , विश्वविद्यालय का खुद का कॉलेज बनवाने , रुकी हुई स्कॉलरशिप दिलवाने , छात्रसंघ चुनाव करवाने , बचे हुऐ कच्चे कर्मचारियों को एचकेआरएन के माध्यम से भारती करवाने , लड़कियों के लिए हरियाणा के हर गांव से लेकर कॉलेज तक बसें चलवाने , नई शिक्षा नीति रद करवाने , एमडीयू की ग्रांट बढ़वाने की मांगों के साथ ज्ञापन के साथ शांतिपूर्वक तरीके से मुख्यमंत्री से मिलने वाले थे लेकिन उन्हें प्रशासन द्वारा प्रदर्शन न करने की बात कह कर झूठ बोलकर बुलाया गया और पुलिस हिरासत में लेकर नजर बंद किया गया।
धनखड़ ने कहा कि भविष्य में जब भी मुख्यमंत्री का एमडीयू में दौरा होगा वे बिना प्रशासन के बहकावे में आकर खुलकर विधार्थियों की आवाज उठाएंगे और सरकार की गलत नीतियों व मुख्यमंत्री का विरोध करेंगे।