कैथल जिले के गांव बरसाना को लिंगानुपात सुधारने पर सर्वश्रेष्ठ गांव चुना गया है। वर्ष 2022 में इस गांव में 33 लड़कों के मुकाबले 48 लड़कियों ने जन्म लिया था। यानी एक हजार लड़कों की दर के मुकाबले 1455 बेटियां जन्मीं हैं। गांव बरसाना की 10वीं में टॉपर 3 बेटियों को जिला प्रशासन की ओर से डीसी प्रशांत पंवार ने सम्मानित किया। यह अवार्ड पीएनडीटी एक्ट के अंतर्गत राज्य सरकार की बैस्ट विलेज अवार्ड स्कीम के तहत दिया गया है।
डीसी प्रशांत पंवार ने गांव बरसाना की छात्रा मनीषा पुत्री शीषम सिंह को कक्षा 10वीं में प्रथम आने पर 75 हजार रुपये का चैक दिया। पलक पुत्री राजेंद्र को दूसरे स्थान पर आने पर 45 हजार रुपये तथा सानिया पुत्री करण सिंह को तृतीय स्थान हासिल करने पर 30 हजार रुपये का चैक देकर सम्मानित किया। उन्होंने बताया कि गांव बरसाना में स्वास्थ्य विभाग की ओर से गांव में नियुक्त किए गए स्टाफ को अच्छा प्रदर्शन करने पर उनको भी डीसी प्रशांत पंवार ने प्रशंसा पत्र देकर सम्मानित किया।
डीसी प्रशांत पंवार ने बताया कि बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ मुहिम को बढ़ावा देने के प्रयासों में लिंगानुपात में सुधार लाने के लिए सरकार द्वारा बेस्ट विलेज अवार्ड योजना चलाई गई थी। जिला के गांवों की जनवरी से दिसंबर तक के लिंगानुपात की जानकारी जुटाई जाती है। योजना के तहत लिंगानुपात में अव्वल रहने वाले गांव की उन छात्राओं को प्रोत्साहन राशि दी जाती है, जो 10वीं में टॉपर रहीं। उनमें से मेरिट में प्रथम बेटी को 75 हजार, सेकंड को 45 हजार व तृतीय स्थान पर रही छात्रा को 30 हजार रुपये दिए जाते हैं।
इस मौके पर डीसी प्रशांत पंवार ने डॉ. मालती, शिव, मोहन लाल, सुमन रानी, शशी बाला, मुकेश रानी, मीना देवी, दर्शना देवी, सुरेशो देवी, रीटा, कमलेश, शुषमा देवी, अनिता देवी, मीना देवी, प्रोमिला, शकुंतला, सुनीता को लिंगानुपात में सुधार के लिए उत्कृष्ट एवं सराहनीय कार्य करने के लिए प्रशंसा पत्र देकर सम्मानित किया।