पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने भ्रष्टाचार के साथ सख्ती से निपटने की राज्य सरकार की नीति दोहराते हुए लोगों से अपील की कि वह ऐसे जालसाजा़ें के जाल में न फंसें, जो पैसो के बदले सरकारी नौकरी दिलाने के बहाने नौजवानों को ठगते हैं।
यहाँ से जारी संदेश में मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछले समय में भ्रष्टाचार के कारण बहुत से योग्य नौजवानों का भविष्य तबाह हुआ है। उन्होंने बताया कि विजीलैंस ब्यूरो ने 102 व्यक्तियों को नौकरी दिलाने बहाने 26 लाख रुपए से अधिक की ठगी मारने वाले दो पुलिस मुलाजिमों को काबू किया है। भगवंत सिंह मान ने बताया कि इस संबंधी भ्रष्टाचार विरोधी हेल्पलाइन पर शिकायत दर्ज की गई थी, जिस के बाद विजीलैंस ब्यूरो ने जाल बिछा कर मुलजिमों को रंगे हाथों काबू किया है।
मुख्यमंत्री ने कहा
भ्रष्टाचार मुक्त प्रशासन देने के लिए वचनबद्ध है। उन्होंने कहा कि अगर कोई राज्य में नौकरी के बदले पैसे मांगता है तो उसकी शिकायत विजीलैंस ब्यूरो को की जाये। भगवंत सिंह मान ने कहा कि नौजवानों को 43 हज़ार से अधिक नौकरियाँ केवल योग्यता के आधार पर दीं गई हैं और इस में कोई भ्रष्टाचार नहीं हुआ।
मुख्यमंत्री ने नौजवानों से अपील की कि वह ऐसे गिरोहों के जाल में न फंसेें, जो नौकरी बदले पैसे मांगते हैं। उन्होंने कहा कि यह ठगी मारने वाले नौजवानों को सिर्फ धोखा दे रहे हैं क्योंकि पंजाब में सरकारी नौकरियों की भर्ती पारदर्शी और निष्पक्ष ढंग से हो रही है। भगवंत सिंह मान ने कहा कि राज्य सरकार भ्रष्टाचार की बुराई को जड़ से समाप्त करने के लिए वचनबद्ध है, जिसके लिए जनता का सहयोग बहुत ज़रूरी है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि यह गिरोह 2021 से चल रहा था परन्तु अब यह विजीलैंस ब्यूरो के जाल में फंस गया है। उन्होंने कहा कि पंजाब में ईमानदार सरकार है, जहां भ्रष्टाचार के लिए कोई जगह नहीं है। भगवंत सिंह मान ने कहा कि कोई भी पंजाबी, भ्रष्टाचार विरोधी हेल्पलाइन नंबर 9501200200 पर अपनी शिकायत दर्ज करवा सकता है और उस का नाम गुप्त रखा जायेगा।