रोहतक। रोहतक में आयकर विभाग के अधिवक्ता से साइबर ठगों ने बेटे की गिरफ्तारी का डर दिखाकर दो लाख रुपये की ठगी कर ली। शातिरों ने फोन पर खुद को पुलिस कर्मी बता वकील से कहा कि उनके छोटे बेटे को रेप के केस में गिरफ्तार किया है। अगर छुड़ाना चाहते हो तो दो लाख रुपये दे दो। पीड़ित ने फोन करने वाले को दो लाख रुपए दे दिए। पीड़ित अधिवक्ता की शिकायत पर पीजीआई थाने में केस दर्ज किया गया है। पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर तफ्तीश शुरू कर दी है।
पुलिस को दी शिकायत में आदर्श नगर निवासी सुंदरलाल कत्याल ने बताया कि वह आयकर को लेकर वकालत करता है।27 मई को दोपहर करीब 11:30 बजे उनके वाट्सएप पर एक कॉल आई। जिस नंबर से कॉल आई, उस पर पुलिस वाले का फोटो लगा था। इससे वह साइबर ठग को पहचान नहीं सके। उसने कहा कि आपके बेटे को दुष्कर्म केस में गिरफ्तार कर लिया है। छोड़ने के लिए 50 हजार रुपये देने होंगे।
उसने कहा कि उसका बेटा ऐसा नहीं कर सकता। तब आरोपियों ने किसी ने बात करवाई, जिससे बात करवाई, वह धीरे-धीरे डरी आवाज में बोल रहा था। हड़बड़ी में उन्होंने उसे अपना छोटा बेटा सौरभ समझ लिया। तुरंत बड़े बेटे जगदीप को कॉल की और बताए गए अकाउंट में 50 हजार रुपये भेजने के लिए बोल दिया। इसके बाद दोबारा कॉल आई और फिर पैसे मांगे। इस तरह उससे दो लाख रुपये ट्रांसफर करवा लिए। शक होने पर बड़े बेटे जगदीप को पूरी बात बताई।
पिता द्वारा दी गई जानकारी के बाद जगदीप ने अपने छोटे भाई को फोन किया। तब सौरभ ने जगदीप को बताया कि वह बहादुरगढ़ में है। उसके साथ कोई घटना नहीं हुई। तब पीड़ित परिजनों ने राहत की सांस लेने के साथ ही पुलिस को पूरे मामले से अवगत कराया। पीजीआई थाना प्रभारी जसवंत ने बताया कि अधिवक्ता की शिकायत पर केस दर्ज किया गया है। मामले जांच की जा रही है।
डिजिटल गिरफ्तारी के लगातार बढ़ रहे मामलों को लेकर एसपी हिमांशु गर्ग ने मंगलवार शाम को गाइड लाइन जारी की थी। ताकि इस तरह की ठगी करने वाले आरोपियों के चंगुल में लोग न फंसे। एसपी ने लोगों से अपील की है कि यदि डिजिटल गिरफ्तारी के संबंध में यदि कोई कॉल आती है तो सावधान हो जाएं। वह साइबर ठग हैं और फोन पर डराने के साथ रुपए ठग सकते हैं।
पैसे ट्रांसफर करने से पहले अपने परिवार के व्यक्ति से बात कर लें। इसके बाद ही कोई कदम उठाएं। लेकिन हड़बड़ाहट और लालच में लोग साइबर ठगों की बातों में आ जा रहे हैं और अपने पैसे साइबर ठगों को दे दे रहे हैं। हर दिन शहर में कोई न कोई इसका शिकार हो रहा है।