Sonipat News : कुंडली थाना क्षेत्र में ऑनलाइन एप के माध्यम से ट्रेडिंग व आईपीओ खरीद के नाम पर युवक से 14.65 लाख रुपये हड़पने के मामले में साइबर थाना पुलिस ने दस आरोपितों को गिरफ्तार किया है। आरोपितों के पास से पुलिस ने दो लाख 70 हजार रुपये की राशि व दस मोबाइल फोन बरामद किए हैं।
आरोपितों को अदालत में पेश किया। जहां से न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया। अपार्टमेंट कुंडली निवासी प्राणतोष ने गत 13 मार्च को पुलिस से शिकायत देकर बताया कि 9 जनवरी को वह एफआईआई अकाउंट नाम के ऑनलाइन शेयर ट्रेडिंग संस्थान से जुड़ा था। उन्होंने वह वेल स्टॉक नामक ऑनलाइन एप के माध्यम से प्री- मार्केट ट्रेडिंग और आईपीओ खरीदारी करता है। वह उन्हें रोज शेयर खरीदने की सलाह देने लगे। साथ ही वह अपने खाता नंबर पर रुपये जमा कराने की सलाह देते थे। उन्होंने बातों में लेकर उनसे करीब एक माह में 14.65 लाख रुपये जमा करा लिए। उनके खाते में 69.54 लाख रुपये दिखाई देने लगे।
उन्होंने पुलिस को बताया कि 22 फरवरी उन्हें मैसेज मिला कि खाते को चालू रखने के लिए इसमें जमा धनराशि कम है और उन्हें 50 लाख रुपये जमा करने को कहा गया। उन्होंने रुपये जमा कराने से मना कर दिया। फिर उन्होंने कहा कि वह अपने खाते से सभी रुपये निकाल सकते है या इसमें बड़ी राशि जमा होने तक इंतजार कर सकते है। पीड़ित का कहना कि उन्होंने रुपये निकालने को कहा। उन्होंने इसके लिए बहाना बना दिया। साथ ही कहा कि अमेरिका की कर प्रणाली के अनुसार व्यक्ति की 60,000 और 150,000 के बीच की वार्षिक आय 30 फीसदी व्यक्तिगत आयकर के अधीन है। ऐसे में कुल 41.87 लाख रुपये पर कर के रूप में 12.56 लाख आयकर के रूप में भुगतान करने होंगे। उन्होंने कहा कि उनके खाते में जमा राशि से टैक्स काटकर उनकी राशि वापस कर देना। उन्होंने इस तरह रुपए देने से मना कर दिया। तब उन्हें साइबर ठगी का पता लगा। मामले को लेकर पुलिस को अवगत कराया। उन्होंने बताया कि उनसे 9 जनवरी से लेकर 19 फरवरी तक 15 बार में दिए गए खातों में रुपए जमा कराए है। मामले को को साइबर थाने में भेजा गया है। पुलिस ने विभिन्न धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया था।
मामले में कार्रवाई करते हुए पुलिस टीम ने वर्ष 2024 के मार्च माह में थाना साइबर सोनीपत में दर्ज साइबर फ्रॉड के एक
मुकदमे में कारवाई करते हुए 10 साइबर आरोपितों को देश के अलग अलग राज्यों से गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार आरोपितों से ठगी किए हुए रुपयों में से दो लाख 70 हजार रुपए भी बरामद किए है। इस दौरान अलग- अलग आरोपितों से 10 मोबाइल फोन, 80 चेक बुक, 32 पासबुक, 78 एटीएम कार्ड, 9 आधारकार्ड, 4 पेन कार्ड व 2 लेपटॉप भी बरामद किए है।
पुलिस टीम द्वारा आरोपितों को न्यायालय के आदेश से पुलिस रिमाण्ड पर लेकर उनसे गहनता से पूछताछ की गई है।आरोपितों के खिलाफ पूरे भारत वर्ष में कुल 51 शिकायतें व मुकदमें दर्ज पाए गये है।
उपायुक्त पूर्वी गौरव राजपुरोहित ने बताया कि किसी के बहकावे में आकर अपने खाते व अन्य कोई जानकारी फोन पर किसी को न दें। आपके आस पास किसी को भी साइबर वितीय अपराध घटित होता है तो ऐसी स्थिति में तुरंत 1930 डायल करें।