Haryana : पूर्व सीएम मनोहर लाल द्वारा पूर्व मुख्यमंत्री चौ. ओम प्रकाश चौटाला के उपर एक जनसभा में पैसे लेकर नौकरी देने के एवज में दस साल की जेल काटने और भ्रष्टाचार के आरोप लगाए जाने पर इनेलो ने पलटवार किया।
इनेलो के प्रधान महासचिव अभय सिंह चौटाला ने कहा कि न्यायालय ने अपने दिए फैसले में स्पष्ट किया था कि इस मामले में पैसों का कोई लेनदेन नहीं हुआ। चौ. ओम प्रकाश चौटाला को कांग्रेस द्वारा रची गई राजनीतिक साजिश के कारण सजा काटनी पड़ी थी। मनोहर लाल खट्टर द्वारा पूर्व मुख्यमंत्री चौ. ओम प्रकाश चौटाला को सार्वजनिक तौर पर बयान देकर बदनाम करने के खिलाफ इनेलो कानूनी नोटिस देगी।
अभय सिंह चौटाला ने कहा कि छाज तो बोले, छलनी भी बोले जिसमें हजारों छेद हैं। बीजेपी आकंठ भ्रष्टाचार में डूबी हुई है। मनोहर लाल खुद भ्रष्टाचार के पुरोधा रहे हैं।
उन्होंने कहा, सर्वविदित है कि सरकारी नौकरी देने वाली संस्था एचपीएससी में ढाई करोड़ रुपए सरेआम नगद बरामद हुए थे उसके बावजुद भी असली दोषियों को बचा लिया गया। हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग के पूर्व चेयरमैन के लडक़े की नौकरी के लिए ऑडियो वायरल हुई थी। हजारों करोड़ रूपए के दो दर्जन से ज्यादा घोटाले किए गए। विधान सभा में भी घोटालों की जांच के लिए आवाज उठाई तो मनोहर लाल खट्टर ने सीबीआई से जांच करवाने की बात कही लेकिन आज तक किसी भी घोटाले की जांच सिरे नहीं चढ़ी।
उन्होंने कहा, बीजेपी की पहली ऐसी सरकार है जिसमें चार आईएएस भ्रष्टाचार के लिए जेल गए और बाहर आने के बाद बजाए उन्हें बर्खास्त करने के उल्टा उन्हें मलाईदार पोस्टों पर फिर से बैठा दिया। मनोहर लाल के मुख्यमंत्री रहते उनके ओएसडी पर हजारों करोड़ रूपए के भ्रष्टाचार के आरोप लगे लेकिन उन आरोपों की जांच करने के बजाय मामले को रफा दफा कर दिया गया।