रोहतक। सांपला के मशहूर सीताराम हलवाई को दुकान पर होटल मालिक ने दो दोस्तों संग फायरिंग कर एक करोड़ रुपये की रंगदारी मांगी थी। एवोटी स्टाफ और सांपला थाना पुलिस को संयुक्त टीम ने शुक्रवार देर रात तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। आरोपियों में दो झज्जर व एक रोहतक जिले का रहने वाला है। अब पुलिस शनिवार को आरोपियों को अदालत में पेश कर रिमांड पर लेने का प्रयास करेगी।
कार से खरखौदा पहुंचे आरोपी
सांपला थाना प्रभारी सुलेंद्र ने बताया कि पकड़े गए आरोपियों से पूछताछ की जा रही है। सीसीटीवी के माध्यम से पुलिस इन आरोपियों तक पहुंची है। मिष्ठान की दुकान में फायरिंग कर एक करोड़ की फिरौती मांगने के बाद आरोपी कार से खरखौदा पहुंचे थे। यहां से शहर के अंदर से होते हुए सोनीपत की तरफ भागे थे। सीसीटीवी कैमरे के माध्यम से पुलिस आरोपियों तक पहुंच गई थी। इसके बाद पुलिस ने आईएमटी क्षेत्र से आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। अब पकड़े गए आरोपियों को शनिवार को कोर्ट में पेश करने के साथ ही रिमांड पर लिया जाएगा। इसके बाद पूरे मामले का खुलासा किया जाएगा। फिलहाल आरोपियों से पूछताछ की जा रही है।
पुलिस ऐसे पहुंची आरोपियों तक
पुलिस ने कॉल डंप उठाए तो आरोपियों की घटनास्थल पर लोकेशन मिली, जिस पर पुलिस ने तीन आरोपियों अमित उर्फ मीता निवासी छारा, कपिल उर्फ भोलू निवासी आसंडा जिला झज्जर व रोहतक जिले के खेड़ी साध निवासी नवीन उर्फ भांजा को दबोच लिया। पुलिस आरोपियों को अदालत में पेश कर रिमांड पर लेने का प्रयास करेगी। पूछताछ में पता चला है कि आरोपी मीता होटल चलाता है। उसके खिलाफ कोई केस नहीं है, कपिल व भालू के खिलाफ पुराने केस दर्ज हैं। आरोपियों को यह पता था कि गोहाना के हलवाई मातूराम से दो करोड़ की रंगदारी मांगने के केस में हिमांशु उर्फ भाऊ का नाम आया था। उसी गैंग के नाम पर रंगदारी मिल सकती है।
पुलिस के लिए चुनौती बन गया था मामला
सीताराम मिष्ठान विक्रेता की दुकान पर हुई फायरिंग और एक करोड़ की रंगदारी का मामला जिले के पुलिस अफसरों के लिए गले की फांस बन गई थी। क्योंकि मामला हाईप्रोफाइल होने के कारण शासन से भी इस मामले में मॉनिटरिंग की जा रही है। एसपी हिमांशु गर्ग घटनास्थल का निरीक्षण करने को पहुंचे थे।
अलसुबह दुकान खोलते समय हुई फायरिंग
पुलिस रिकॉर्ड के मुताबिक, बुधवार सुबह सांपला के रेलवे रोड स्थित सीताराम हलवाई की दुकान का संचालक सुन्नी सुबह करीब साढ़े 6 बजे दुकान खोल रहा था। तभी काले रंग की स्कॉर्पियो आकर रुकी। दो मिनट तक गाड़ी खड़ी रही। उस समय दो दूधिया भी आए हुए थे। तभी गाड़ी पीछे हुई, जिसमें दो गोलियां दुकान के शटर पर चलाई, साथ ही पर्ची फेंककर एक करोड़ की रंगदारी मांगी गई। पर्ची पर अमन भैंसवाल ग्रुप, भाऊ गैंग लिखा हुआ था। पुलिस ने अमन भैंसवाल से पूछताछ की, लेकिन उसकी वारदात में भूमिका नहीं मिली। ऐसे में पुलिस को शक हुआ कि यह स्थानीय युवकों का काम हो सकता है।