Thursday, November 21, 2024
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MDU रोहतक के 16 विद्यार्थियों का इजराइल के लिए चयन, खट्टर सरकार पर भड़का विपक्ष

रोहतक। MDU रोहतक के यूनिवर्सिटी इंस्टीट्यूट ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी में इजराइल में नौकरी करने के इच्छुक हरियाणा के युवाओं की  ट्रेनिंग शुरू हो चुकी है। इस सिलसिले में इजराइली दल ने यूआईईटी का दौरा किया व ट्रेनिंग संबंधित व्यवस्था जा जायजा लिया। यूआईईटी के निदेशक प्रो. युद्धवीर सिंह ने इजराइल दल का स्वागत करते हुए इजराइल जाने वाले युवाओं के लिए प्रारंभ होने वाले प्रशिक्षण कार्यक्रम की रूपरेखा से अवगत कराया।

यूआईईटी की वर्कशाॅप में वर्कशाप मैनेजर एवं इस ट्रेनिंग कार्यक्रम के कंवीनर राजकुमार व को-कंवीनर डाॅ. ईशा की देखरेख में नौकरी के लिए इजराइल जाने वाले युवाओं को प्रशिक्षण दिया जाएगा। वर्कशाप मैनेजर राजकुमार को-कंवीनर डाॅ. ईशा ने इजराइली दल को ट्रेनिंग कार्यक्रम का विस्तार से ब्योरा दिया व वर्कशाप में ट्रेनिंग के लिए बनाए गई जगहों का दौरा कराया। इजराइली दल में मार्गेरिटा, इजाक, इफात, एरिइल समेत अन्य सदस्य शामिल रहे। इजराइली दल के सदस्यों ने प्रशिक्षण कार्यक्रम की बारीकियां जानी।

बता दें कि हरियाणा कौशल रोजगार निगम (HKRN) अब युवकों को विदेश में नौकरी दिला रहा है। विभिन्न 7 देशों में 13294 पदों के लिए भारत के युवाओं की डिमांड आयी है। इसके लिए पद, योग्यता और सैलरी सार्वजनिक कर दी गई है, ताकि विदेश जाने के इच्छुक युवा पंजीकरण करा सकें। इच्छुक युवाओं को एचकेआरएन खुद ही विदेश भेजने की तैयारी कर रहा है। फिलहाल इसके लिए विदेश सहयोग विभाग हरियाणा और केंद्र की एजेंसी मिल कर काम करेंगे। साथ ही HKRN लाइसेंस लेने की प्रक्रिया में जुटा है।

..जबरदस्ती नहीं भेजा जा रहा

दरअसल भारत हमेशा मददगार बन कर जरूरत पड़ने पर दुनियाभर के देशों को मदद भेजता है। लेकिन विपक्ष हरियाणा सरकार पर इन नौकरियों को लेकर निशाना साध रहा है। हरियाणा सरकार पहले ही साफ कर चुकी है किसी को जबरदस्ती नहीं भेजा जा रहा है। साथ ही अफगानिस्तान और इरान में भी इसी तरह की नौकरियों को पहले भेजा जा चुका है। सीएम खट्टर के मीडिया एडवाइजर राजीव जेटली ने कहा कि जहां तक बात कांग्रेस के आरोपों की है तो मनमोहन सिंह की सरकार में भारत से लोगों को अफगानिस्तान भेजा गया था। इसके अलावा इरान के वक्त यही हुआ था।

क्यों मिल रहा हरियाणा के युवाओं को ये मौका?

खास बात ये है कि इजरायल में कंस्ट्रक्शन सेक्टर में 25% फिलिस्तीनी नागरिक काम करते थे, लेकिन जंग के बाद करीब एक लाख फिलिस्तीनियों को देश से बाहर निकालने के लिए इजरायल को मजबूर होना पड़ा है। ऐसे में वहां विकास की रफ्तार को बढ़ान के लिए इजरायल अपने भारत जैसे भरोसेमंद दोस्त से आस लगाए हुए था। वैसे भी इजरायल में किसी भी तरह का जंग का साइड इफेक्ट नहीं है। दुनिया जल्द ही जंग खत्म करने की उम्मीद कर रही है।

यूके-इजरायल ने भेजी है डिमांड

हरियाणा के युवाओं से यूके सहित सात देशों ने डिमांड मांगी है। यूके में 2500 हेल्थकेयर, नर्स चाहिए। इनका वेतन 28000 से 29000 पौंड प्रति वर्ष होगा। इसके लिए बीएससी नर्सिंग प्रोग्राम, जीएनएम, एक साल का अनुभव और आईईएलटीएस पास होना चाहिए। उम्र 45 साल से कम होनी चाहिए और कंपनी मेडिकल इंश्योरेंस देगी और पहले दो महीने फ्री आवास देगी।

इजरायल में 10 हजार वैकेंसी

इसी तरह इजरायल में 10000 कंस्ट्रक्शन वर्कर्स की डिमांड आई है। फ्रेमवर्क, शटरिंग, कारपेंटर, प्लास्टरिंग, सेरामिक टाइल, यरन बेडिंग करने वालों की जरूरत है। इसके लिए वेतन 1,37,000 प्रति महीना होगा। दसवीं पास , तीन साल का अनुभव , उम्र 25 से 45 साल होनी चाहिए। ओवरटाइम भी मिलेगा।

इन देशों में भी निकली है नौकरी

यूके और इजरायल के अलावा फिनलैंड में 50 हेल्थकेर केयर गीवर चाहिए। वेतन लगभग 1.90 लाख रुपए प्रति महीना वेतन होगा। जापान में 20 रेस्टोरेंट स्टाफ, हॉस्पिटैलिटी सेक्टर चाहिए । हर महीने 2.40 लाख येन मिलेंगे। उज्बेकिस्तान में 100 स्ट्रक्चरल फिटर, फेब्रिकेटर, 100 असिस्टेंट स्ट्रक्चरल फिटर, 100 स्ट्रक्चरल सुपरवाइजर, 50 बैंडशा कटिंग मशीन ऑपरेटर्स चाहिए। यूएई में 200 हैवी बस ड्राइवर, 95 लाइट बस ड्राइवर, 50 महिला हाउसकीपिंग अटेंडेंट, 20 महिला क्लीनर, 13 महिला रेजिडेंट टेक्नीशियन चाहिए।

अभी अवैध रूप से युवा जा रहे विदेश

हरियाणा से नौकरी की तलाश में विदेश जाने वाले युवा फिलहाल अवैध तौर पर जा रहे हैं, जिससे उन्हें भेजने वाले ठग रहे हैं। हरियाणा पुलिस ऐसे ठगों पर शिकंजा भी कस रही है, लेकिन अब हरियाणा के युवाओं को ठगे जाने की संभावना कम हो सकती है। इन सबको को देखते हुए निगम ने खुद ही विदेश भेजने के लिए आवश्यक लाइसेंस लेने की प्रक्रिया शुरू कर दी है, जैसे ही यह लाइसेंस मिल जाएगा, निगम इच्छुक युवाओं को भेजने लग जाएगा। इससे युवा ठगी का शिकार होने से बच जाएंगे।

खट्टर सरकार पर बिफरा विपक्ष

विपक्ष ने आरोप लगाए हैं कि हरियाणा सरकार एक युद्धग्रस्त देश में प्रदेश के युवाओं को क्यों भेज रही है। इस पर मुख्यमंत्री के मीडिया एडवाइजर राजीव जेटली ने कहा कि सरकार की इस योजना दो पहलू है। पहले यह है कि दुनिया में जब भी किसी देश को जरूरत होती है तो भारत सबसे आगे खड़ा होता है और उनकी मदद करता है। इससे पहले भी भारत ने संकट के समय कई देशों की मदद की है। दूसरा पहलू यह है कि हरियाणा सरकार किसी भी युवा को जबरदस्ती नौकरी पर नहीं भेज रही। जो युवा खुद जाना चाहते हैं और वहां नौकरी करना चाहते हैं वे लोग आवेदन कर सकते हैं और हरियाणा सरकार उन्हें वहां भेजेगी।

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