रोहतक। CA फाइनल का परिणाम जारी हो गया है और इस परीक्षा में रोहतक के दो होनहारों ने भी कड़ी मेहनत के बाद सफलता प्राप्त की है। इंस्टीट्यूट ऑफ चार्टर्ड अकाउंटेंट्स ऑफ इंडिया के सीए फाइनल के परिणामों में तेज कॉलोनी निवासी हितेश खुराना और सांपला के राघव बंसल ने मारी बाजी मार ली है। दोनों ने अपनी सफलता का श्रेय अपने परिवार, गुरुजनों और कड़ी मेहनत को दिया। दोनों छात्रों के परिवार में ख़ुशी का माहौल है।
रोहतक की तेज कलोनी निवासी हितेश खुराना ने कॉमर्स विषय से पढ़ाई करते समय इस क्षेत्र के सबसे सम्मानजनक पद सीए पर पहुंचने का सपना संजोया। 12वीं कक्षा में 90 प्रतिशत से अधिक अंकों की उम्मीद थी, मगर ऐसा नहीं हुआ। लिखावट खराब होने के कारण नंबर कट गए। इसलिए पहले लिखावट सुधारी। फिर कमजोर विषय की कमियां दूर की। सीए बनने के लिए 12 से 14 घंटे पढ़ाई की। सीए बनने से परिवार में खुशी का माहौल है।
सीए हितेश ने बताया कि कक्षा 11वीं में कॉमर्स विषय चुना। इसके बाद सीए बनने का फैसला लिया। अपना यह सपना साकार करने के लिए सुबह तीन बजे उठकर पढ़ाई की। दिन में 11 बजे से रात 9 बजे तक पुस्तकालय में अध्ययन किया। शुरुआत में एक साल पढ़ाई के साथ योगा की। बाद में इंटर्नशिप के लिए सात माह कर्नाटक, दो माह तेलंगाना व डेढ़ साल दिल्ली में बिताए। कोर्स के लिए यह जरूरी था। इसलिए घर परिवार सब छोड़ना पड़ा। यह मेहनत रंग लाई और परिवार का पहला सीए बना। पिता सुभाष खुराना दर्जी हैं। मां संगीता खुराना गृहिणी हैं।
वहीँ सांपला निवासी राघव बंसल ने भी सीए की परीक्षा पास कर ली है। उन्होंने कहा कि 12वीं कक्षा से ही चार्टर्ड अकाउंटेंट को लेकर दीवानगी रही है। पिता अजय बंसल दुकानदार हैं तो बचपन से ही हिसाब-किताब की बातें सुनते आया हूं, इसका शौक भी रहा। पढ़ाई में भी अकाउंट्स ही पसंद रहा। सीए की तीन साल की पढ़ाई के पहले साल खुद ही से तैयारी की। दूसरे और तीसरे साल ऑनलाइन कोचिंग ली। यह बातें अमर उजाला से साक्षात्कार में सांपला निवासी सीए राघव बंसल ने कही।
राघव बंसल ने कहा कि उनके लिए पढ़ाई का सबसे सही समय रात रहा है। शाम 7 बजे से सुबह 6 तक करीब 9 से दस घंटे पढ़ाई करते थे। दस घंटे पढ़ाई से एक चीज अनुभव किया है। जो पढ़ें उसे दोबारा याद करने की कोशिश करें। इससे पढ़ी गई चीज याद रह जाती है। इस बीच माता संध्या बंसल व बहन सीए रिद्धी बंसल ने पूरा सहयोग दिया। पढ़ाई ज्यादातर लैपटॉप पर ऑनलाइन की है। इग्नू से से स्नातक और डीएवी से 12वीं की पढ़ाई की है। कॉमर्स पसंदीदा विषय रहा है। राघव का कहना है कि सीए का औसतन वेतन 8 से 10 लाख के करीब होता है। चार्टर्ड एकाउंटेंट की पढ़ाई में 2.75 लाख का खर्च होता है।