Monday, October 21, 2024
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हरियाणा के हजारों युवकों को सरकार दिलाने जा रही विदेश में नौकरी, MDU में मिलेगी ट्रेनिंग, इस दिन निकलेगी फिर वैकेंसी

रोहतक। हरियाणा के युवाओं को सरकार यूके सहित सात देशों में नौकरियां दिलाने जा रही है। इसराइल में नौकरी करने के लिए हरियाणा सरकार ने दस हज़ार लोगों के लिए भर्ती निकाली है। यह पहली बार है जब राज्य सरकार की कंपनी ‘हरियाणा कौशल रोज़गार निगम’ लोगों को विदेश में काम करने का मौका उपलब्ध करवा रही है। कंपनी ने अपनी वेबसाइट पर दुबई में सिक्योरिटी गार्ड, यूके में स्टाफ़ नर्स और इसराइल के लिए कंस्ट्रक्शन सेक्टर में नौकरियों के लिए आवेदन मांगे हैं।

वैध कानूनी तरीके से विदेश भेजेगी सरकार

दरअसल यूके में 2500 हेल्थकेयर, नर्स चाहिए। इनका वेतन 28000 से 29000 पौंड प्रति वर्ष होगा। पहले हरियाणा के 4000 युवा इजराइल जाएंगे। उनका नौकरी का आवेदन स्वीकार होने के बाद अब सरकार उन्हें रोहतक की महर्षि दयानंद यूनिवर्सिटी (MDU) में काम धंधे से जुड़ी ट्रेनिंग देगी। विदेश जा रहे इन युवकों को 1.37 लाख सैलरी दी जाएगी। सरकार युवाओं को वैध कानूनी तरीके से इजरायल भेजेगी। फर्स्ट फेज की सफलता के बाद अब सरकार सेकेंड फेज में फिर से वैकेंसी निकालने जा रही है। इसकी पुष्टि खुद मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने की है। इन युवाओं को विदेश भेजने की जिम्मेदारी हरियाणा कौशल रोजगार निगम (HKRN) को दी गई है।

13294 वैकेंसी की आई है डिमांड

हरियाणा में 7 देशों में 13294 पदों के लिए भारत के युवाओं की डिमांड आयी है। इसके लिए पद, योग्यता और सैलरी सार्वजनिक कर दी गई है, ताकि विदेश जाने के इच्छुक युवा पंजीकरण करा सकें। इच्छुक युवाओं को HKRN खुद ही विदेश भेजेगा। फिलहाल इसके लिए विदेश सहयोग विभाग हरियाणा और केंद्र की एजेंसी मिल कर काम करेंगे। साथ ही HKRN लाइसेंस लेने की प्रक्रिया में जुटा है। संभावना है कि जल्द ही इस प्रक्रिया को पूरा कर लिया जाएगा।

अभी अवैध रूप से युवा जा रहे विदेश

हरियाणा से नौकरी की तलाश में विदेश जाने वाले युवा फिलहाल अवैध तौर पर जा रहे हैं, जिससे उन्हें भेजने वाले ठग रहे हैं। हरियाणा पुलिस ऐसे ठगों पर शिकंजा भी कस रही है, लेकिन अब हरियाणा के युवाओं को ठगे जाने की संभावना कम हो सकती है। इन सबको को देखते हुए निगम ने खुद ही विदेश भेजने के लिए आवश्यक लाइसेंस लेने की प्रक्रिया शुरू कर दी है, जैसे ही यह लाइसेंस मिल जाएगा, निगम इच्छुक युवाओं को भेजने लग जाएगा। इससे युवा ठगी का शिकार होने से बच जाएंगे।

यूके-इजरायल ने भेजी है डिमांड

हरियाणा के युवाओं से यूके सहित सात देशों ने डिमांड मांगी है। यूके में 2500 हेल्थकेयर, नर्स चाहिए। इनका वेतन 28000 से 29000 पौंड प्रति वर्ष होगा। इसके लिए बीएससी नर्सिंग प्रोग्राम, जीएनएम, एक साल का अनुभव और आईईएलटीएस पास होना चाहिए। उम्र 45 साल से कम होनी चाहिए और कंपनी मेडिकल इंश्योरेंस देगी और पहले दो महीने फ्री आवास देगी। इसी तरह इजराइल में 10000 कंस्ट्रक्शन वर्कर्स की डिमांड आई है। फ्रेमवर्क, शटरिंग, कारपेंटर, प्लास्टरिंग, सेरामिक टाइल, यरन बेडिंग करने वालों की जरूरत है। इसके लिए वेतन 1,37,000 प्रति महीना होगा। दसवीं पास, तीन साल का अनुभव, उम्र 25 से 45 साल होनी चाहिए। ओवरटाइम भी मिलेगा।

इन देशों में निकली है वैकेंसी

यूके और इजरायल के अलावा फिनलैंड में 50 हेल्थकेर केयर गीवर चाहिए। वेतन लगभग 1.90 लाख रुपए प्रति महीना वेतन होगा। जापान में 20 रेस्टोरेंट स्टाफ, हॉस्पिटैलिटी सेक्टर चाहिए । हर महीने 2.40 लाख येन मिलेंगे। उज्बेकिस्तान में 100 स्ट्रक्चरल फिटर, फेब्रिकेटर, 100 असिस्टेंट स्ट्रक्चरल फिटर, 100 स्ट्रक्चरल सुपरवाइजर, 50 बैंडशा कटिंग मशीन ऑपरेटर्स चाहिए। यूएई में 200 हैवी बस ड्राइवर, 95 लाइट बस ड्राइवर, 50 महिला हाउसकीपिंग अटेंडेंट, 20 महिला क्लीनर, 13 महिला रेजिडेंट टेक्नीशियन चाहिए।

फिलिस्तीनियों के वर्क परमिट रद्द

दरअसल 7 अक्टूबर को इसराइल पर हमास ने हमला किया था, इसके बाद से ग़ज़ा, इसराइल के निशाने पर है। हमास संचालित ग़ज़ा के स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक इस युद्ध में ग़ज़ा में मरने वालों की संख्या 18 हज़ार के पार पहुंच गई है, लेकिन युद्ध कब रुकेगा, ये फ़िलहाल किसी को नहीं पता। पिछले दो महीने से जारी इस युद्ध के शुरू में ही इसराइल ने अपने यहां से काम करने वाले फ़लस्तीनियों के वर्क परमिट रद्द कर दिए थे, जिसके चलते उसे मैन पॉवर की कमी का सामना करना पड़ रहा है। अनुमान के मुताबिक इसराइल को करीब एक लाख कामगारों की ज़रूरत है, जिसे पूरा करने के लिए वह भारत की तरफ़ देख रहा है। इसी ज़रूरत को पूरा करने के लिए हरियाणा कौशल रोज़गार निगम, कंस्ट्रक्शन सेक्टर में अनुभवी लोगों से आवेदन मांग रहा है।

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