Thursday, November 21, 2024
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MDU में दीक्षांत समारोह का आयोजन, उपराष्ट्रपति बोले- छात्र लक्ष्य निर्धारित कर मेहनत करते रहें

सुरक्षा की दृष्टि से सभा का वह कैंपस में मुख्ता प्रबंध किए गए हैं। सभागार में बगैर पहचान पत्र किसी को भी प्रवेश नहीं दिया गया। अंदर जाने वाले छात्रों को सिर्फ आइडेंटिटी कार्ड, पर्स के अंदर नगदी व मोबाइल फोन को अंदर ले जाने की अनुमति दी जाएगी।

रोहतक। MDU रोहतक में मंगलवार को 18वां दीक्षांत समारोह आयोजित किया गया। भारत के उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रुप में शामिल हुए। हरियाणा के राज्यपाल तथा विश्वविद्यालय के कुलाधिपति बंडारू दत्तात्रेय ने इस दीक्षांत समारोह की अध्यक्षता की। सर्वोच्च न्यायालय के न्यायाधीश न्यायमूर्ति सूर्यकांत तथा हरियाणा के उच्चतर शिक्षा मंत्री मूलचंद शर्मा इस समारोह में बतौर विशिष्ठ अतिथि शामिल हुए। उनके अलावा रोहतक सांसद अरविंद शर्मा और राज्यसभा सदस्य रामचंद्र जांगड़ा भी समारोह में शामिल रहे। उपराष्ट्रपति ने लगभग एक हजार छात्रों को डिग्रियां वितरित की।

दीक्षांत समारोह में जस्टिस सूर्यकांत को डिलीट की उपाधि देते राष्ट्रपति जगदीप धनखड़

आज सुबह दीक्षांत समारोह में आ रहे उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ का हेलीकाप्टर कोहरे ने रोक दिया था। इस कारण सुरक्षा एजेंसी को उनका रूट प्लान बदलना पड़ा। जिसके कारण उपराष्ट्रपति सड़क के रास्ते रोहतक पहुंचे। दीक्षांत समारोह में 1216 पीएचडी डिग्री धारकों को सम्मानित किया गया। इसमें 740 अभ्यर्थी महिलाएं तथा 476 पुरुष हैं। समारोह में बेस्ट पीएचडी थीसिस अवार्डीज तथा तीन मेडलिस्ट्स को पुरस्कृत किया जा रहा है। समारोह में जस्टिस सूर्यकांत को डिलीट की उपाधि दी गई।

सुरक्षा की दृष्टि से सभा का वह कैंपस में मुख्ता प्रबंध किए गए हैं। सभागार में बगैर पहचान पत्र किसी को भी प्रवेश नहीं दिया गया। अंदर जाने वाले छात्रों को सिर्फ आइडेंटिटी कार्ड, पर्स के अंदर नगदी व मोबाइल फोन को अंदर ले जाने की अनुमति दी जाएगी। इसके अलावा किसी भी छात्र को खाने पीने का सामान, ब्लैंक पेपर, गाड़ी की चाबी, पैन, काला कपडा, नोट बुक व अन्य चीज़ों को अंदर ले जाने की अनुमति नहीं दी जाएगी। एमडीयू गेट नम्बर 1 से लेकर टैगोर सभागार तक के एरिया में प्रतिबंध लगाया गया है इस एरिया में डिग्री लेने वाले छात्रों के अतिरिक्त अन्य छात्रों को आने की अनुमति नहीं दी जाएगी।

इस मौके पर उपराष्ट्रपति ने बच्चों को संबोधित करते हुए कहा कि इंसान को सिर्फ और सिर्फ मेहनत करनी चाहिए। मेहनत का मतलब ये नहीं कि आपको सफलता जरूर मिलेगी, हो सकता है कि आप फेल हो जाओ। इसका मतलब ये नहीं कि आप मेहनत करनी बंद कर दो। आप बस अपना लक्ष्य निर्धारित कर मेहनत करते रहो। आपको सफलता जरूर मिलेगी।उन्होंने कहा कि मुझे बहुत तकलीफ होती है जब ये कहा जाता है कि भारत में नए ओल्ड ऐज होम बनाने की जरूरत है। हमारे भारत में ओल्ड एज होम की जरूरत नहीं, ना ही होनी चाहिए।

उपराष्ट्रपति ने कहा कि भारत के रिश्ते बहुत मजबूत हैं। इसलिए यहां ओल्ड होम की जरूरत नहीं होनी चाहिए। उन्होंने बच्चों से कहा कि वो अपने माता-पिता और परिजनों का ध्यान रखें। उनकी सेवा करना ईश्वर की सेवा करने के बराबर है। हमेशा अपने बड़ों का सम्मान करें। उन्होंने कहा कि अच्छा बनना आसान है, लेकिन उतना ही मुश्किल है अच्छे बने रहना। उपराष्ट्रपति ने कहा कि हमने जो विरासत पाई है, वो किसी और देश के पास नहीं है। ये हमारा अमृत काल है।

बता दें कि रोहतक में उप राष्ट्रपति के आगमन को लेकर पुलिस प्रशासन की तरफ से सुरक्षा व्यवस्था पुख्ता की गई थी। शहर के मुख्य चौक चौराहों पर पुलिस बल तैनात किया गया था। यूनिवर्सिटी की तरफ आ रहे वाहनों की गहना से चेकिंग की गई थी। महर्षि दयानंद यूनिवर्सिटी रोहतक में दीक्षांत समारोह यूनिवर्सिटी के टैगोर भवन में हुआ। यूनिवर्सिटी के वीसी प्रोफेसर राजबीर सिंह ने दीक्षांत समारोह पर कहा कि ये हमारे लिए गर्व की बात है।

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