चंडीगढ़। कोरोना के बाद चीन से फैली एक और महामारी ने देशभर में खौफ का माहौल पैदा कर दिया है। बता दें कि चीन में तेजी से फैल रहें एवियन इन्फ्लूएंजा H9N2 वायरस के मामले तेजी से बढ़ रहें हैं। जिसको देखते हुए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा सभी राज्यों के लिए अलर्ट जारी कर दिया गया है। इसी कड़ी में हरियाणा स्वास्थ्य विभाग की महानिदेशक ने सभी जिलों के सीएमओ को तैयारियों की समीक्षा के निर्देश दिए हैं।
डीजी हेल्थ की ओर से जारी आदेश में कहा गया है कि प्रदेश के सभी सरकारी और निजी अस्पतालों में बच्चों में निमोनिया के मामलों की निगरानी बढ़ाने और कोरोना महामारी के दौरान जारी की गई सभी हिदायतों का सख्ती से पालन सुनिश्चित करें। साथ ही, प्रतिदिन इसकी रिपोर्ट मुख्यालय भेजी जाए। वहीं, अस्पतालों में बच्चों से संबंधित दवाईयां, आक्सीजन आदि की व्यवस्था के लिए भी समीक्षा करके मुख्यालय को रिपोर्ट भेजी जाए। वहीँ हरियाणा के अस्पतालों में भी अलर्ट कर दिया गया है। स्वास्थ्य महानिदेशक ने प्रदेश के सभी सिविल सर्जनों को एक पत्र लिखा है। जिसमें कहा गया है कि अस्पतालों में आपात स्थिति से निपटने के लिए सभी प्रबंध पूरे कर लिए गए हैं। अस्पतालों में पर्याप्त संख्या में बेड टेस्टिंग व्यवस्था मेडिकल काउंटर दवाइयां आदि उपलब्ध हैं।
स्वास्थ्य विभाग की महानिदेशक डॉ. सोनिया खुल्लर ने कहा है कि इन्फ्लूएंजा संक्रमण के लक्षण कोरोना वायरस से मिलते- जुलते हैं। ऐसे में सभी राज्यों को कोरोना संक्रमण को लेकर पहले से जारी दिशानिर्देश का पालन करने को कहा गया है। उन्होंने कहा कि अभिभावकों को घबराने की जरूरत नहीं है। अपने बच्चों का ध्यान रखें और लगातार बुखार आने पर तुरंत प्रभाव से डाक्टर से सम्पर्क करें।
निदेशालय की तरफ से जारी पत्र के अनुसार केंद्र सरकार द्वारा हरियाणा को पत्र भेजकर सतर्क किया गया है। हालांकि अभी हरियाणा में किसी तरह का कोई केस नहीं आया है लेकिन नए वायरस से बच्चों को बचाने की जरूरत है। ऐसे में प्रदेश के सभी सिविल सर्जन अपने अधिकार क्षेत्र में यह सुनिश्चित करेंगे कि अस्पतालों में आपात स्थिति से निपटने के लिए सभी प्रबंध पूरे कर लिए गए हैं। अस्पतालों में पर्याप्त संख्या में बेड, टेस्टिंग व्यवस्था, मेडिकल काउंटर, दवाइयां आदि उपलब्ध हैं।
स्वास्थ्य महानिदेशक की ओर से कहा गया है कि कोरोना के दौरान जिस तरह से अस्पतालों में व्यवस्था की गई थी, उसी तरह से अब भी किसी प्रकार की अप्रिय स्थिति से निपटने के लिए व्यवस्था की जाए। सभी सिविल सर्जन अपने आसपास की लैब संचालकों के साथ बैठक करेंगे। अस्पतालों में चल रही लैब की भी स्टेटस रिपोर्ट ली जाएगी।
महानिदेशक ने निर्देश जारी किए हैं कि इस संबंध में एक रिपोर्ट बनाकर मुख्यालय को भेजी जाएगी। मुख्यालय द्वारा इस बारे में प्रदेश स्तर की एक रिपोर्ट बनाकर केंद्र को भेजी जाएगी। सुरक्षा व बचाव के प्रबंध करने इसलिए भी जरूरी है। क्योंकि हरियाणा के लोग कोरोना के दौरान कई बार अप्रत्याशित स्थिति से गुजर चुके हैं। राज्य सरकार ने हाल ही में कोरोना के दौरान नियमों का उल्लंघन करने वाले हजारों केस वापस लेने का निर्णय लिया है।
रोहतक सीएमओ डॉ. अनिल बिरला ने कहा कि चीन में फैली बीमारी को लेकर अलर्ट किया गया है। वीडियो कांफ्रेंस के जरिए तैयारी के निर्देश दिए गए हैं। इसमें फ्लू कॉर्नर बनाया जाएगा। इस बीमारी के लिए सर्दी, जुकाम, खांसी के सभी मरीज संदिग्ध माने जाएंगे। इलाज के लिए एक या दो दिन बाद विभाग की तरफ से गाइड लाइन जारी की जाएगी। उसी के अनुसार काम किया जाएगा।