रोहतक। रोहतक जिले में मंगलवार को वकीलों ने वर्क सस्पेंड किया। वजह यह है कि महम में दो अधिवक्ता के साथ बाइक के कागजात जांच के नाम पर बदतमीजी करने का मामला। इस वजह से महम बार एसोसिएशन के दो अधिवक्ताओं के साथ पुलिस विवाद मामले के बाद अधिवक्ताओं में रोष व्याप्त है। इसके चलते रोहतक और महम बार एसोसिएशन ने पुलिस कर्मियों पर कार्रवाई की मांग करते हुए वर्क सस्पेंड रखा है। साथ ही अधिवक्ताओं ने आरोप लगाया कि पुलिस अधिकारियों द्वारा संबंधित पुलिस कर्मियों पर कोई कार्रवाई नहीं की।
बार एसोसिएशन के प्रधान लोकेंद्र फोगाट उर्फ जोजो ने कहा कि अधिवक्ताओं के साथ पुलिस द्वारा बुरे व्यवहार के कई मामले सामने आ चुके हैं। ऐसे मामलों को रोकने के लिए अधिवक्ता प्रोटेक्शन एक्ट लागू किया जाना चाहिए। उन्होंने बताया कि महम बार के दो अधिवक्ताओं के साथ भी बदसलूकी करते हुए अभद्र भाषा का प्रयोग किया। मामले में पुलिस अधिकारियों की ओर से संबंधित पुलिस कर्मियों पर कोई एक्शन नहीं लिया गया। इसी को लेकर महम बार ने वर्कर सस्पेंड करने का निर्णय लिया। रोहतक बार के अधिवक्ता भी उनके समर्थन में वर्क सस्पेंड पर रहे।
मामले के अनुसार महम में अधिवक्ताओं के साथ हुई घटना गुरुवार की बताई जा रही है। इसमें अधिवक्ता जितेंद्र सैनी और सुशील ठाकुर ने बताया कि रात को जब वे घर जा रहे थे तो महम थाना प्रभारी राकेश सैनी और पीएसआई विकास ने उनकी बाइक को बंद कर दिया। इस दौरान उनके साथ बदसलूकी की गई। महम बार एसोसिएशन के प्रधान प्रदीप ढाका ने बताया कि एसपी हिमांशु गर्ग ने अधिवक्ता प्रतिनिधिमंडल को उचित कार्रवाई का भरोसा दिया था। लेकिन सोमवार तक कोई कार्रवाई नहीं हुई तो मंगलवार को रोहतक और महम दोनों जगह वर्क सस्पेंड करने का निर्णय लिया गया।