रोहतक। रोहतक पुलिस ने साल 2002 में डकैती के मामले में फरार चल रहे सजायाफ्ता 5-5 हजार रुपए के इनामी दो सगे भाइयों को गिरफ्तार किया है। स्थानीय कोर्ट से डकैती के मामले में 3-3 साल की सजा होने के बाद दोषियों ने हाईकोर्ट से जमानत ली और फरार हो गए। वर्ष 2017 से फरारी के बाद पुलिस इनकी तलाश करती रही। मगर कोई पता नहीं चला। इस दौरान दोनों पर 5-5 हजार रुपए इनाम भी रखा गया। सीआईए-1 ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार किया।
CIA-1 प्रभारी स्टाफ SI अनेश कुमार ने बताया कि आरोपियों ने 28 फरवरी 2002 को गांव भैसरु एरिया में हथियार के बल पर ट्रक के सामने गाड़ी अड़ाकर 9 लोगों ने लूट की वारदात को अंजाम दिया था। इसके बाद आरोपियों के खिलाफ थाना सांपला में मामला दर्ज किया गया था। मामले में आरोपी महेंद्रगढ़ के गांव परतल हाल दिल्ली के आरजेड सागरपुर निवासी शेरसिंह और रामबीर को गिरफ्तार किया था।
अदालत में आरोपियों के दोष सिद्ध होने पर अदालत द्वारा आरोपियों को तीन-तीन साल की सजा सुनाई थी। आरोपियों ने सजा के खिलाफ हाईकोर्ट में याचिका दायर की। आरोपियों को हाईकोर्ट से पैरोल मिल गई। 26 अक्टूबर 2017 को हाईकोर्ट में आरोपियों की अपील को खारिज कर दिया। आरोपियों को जेल में सरेंडर करना था, लेकिन दोनों आरोपी फरार हो गए। सीजीएम रोहतक द्वारा आरोपियों के खिलाफ दोबारा गिरफ्तारी वारंट जारी किए गए।
आरोपियों को गिरफ्तार करने के लिए ASI विनोद दलाल और ASI सुशील कुमार के नेतृत्व में टीम गठित की। गिरफ्तार के लिए सीआईए ने आरोपियों के संभावित ठिकानों पर छापेमारी की। 5 सितंबर को टीम ने आरोपी जिला महेंद्रगढ़ के गांव परतल हाल दिल्ली के आरजेड सागरपुर निवासी शेर सिंह और रामबीर को गिरफ्तार किया। आरोपी के खिलाफ चोरी के रोहतक में 8 मामले दर्ज हैं। दोनों आरोपी फरारी के दौरान भेष बदल कर अलग-अलग स्थानों पर रहे।