Friday, November 15, 2024
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हरियाणा में पुलिस भर्ती हमेशा विवादों में रही

पवन कुमार बंसल : मेरी शीघ्र आने वाली किताब ‘खाकी के सबरंगे किस्से ‘ के अंश। जब वोट मांगने गए सुरिंदर सिंह का लोगो ने माप लेने की बात कही- और तत्कालीन गृह मंत्री सम्पत सिंह का इस्तीफ़ा हुआ। मामला हरियाणा में पुलिस भर्ती का। पुलिस की भर्ती खासतौर पर कॉन्स्टेबल्स की हमेशा ही विवादों में रही है। कॉन्स्टेबल को जॉब पाने के लिए बड़ी मारा मारी रहती है।

हरियाणा के समाज में पुलिस को नौकरी को काफी रुतबे वाली माना जाता है। जब सम्पत सिंह ने एस पी करनाल को उमीदवारो की छाती मापने में छूट देने का फ़ोन किया। 1987 म देवीलाल की सरकार में प्रोफेसर सम्पत सिंह गृह मंत्री थे और पी वी राठी करनाल जिले के पुलिस अधीक्षक थे। पुलिस भर्ती चल रही थी।

सम्पत सिंह ने राठी को फ़ोन कर कहा की उमीदवारो की छाती और कद के माप में कुछ छूट दे दो। उन दिनों मोबाइल तो थे नहीं। ट्रिब्यून अख़बार के योगिन्दर गुप्ता ने खबर छाप दी तो हंगामा हो गया। देवीलाल भी नाराज हुए और सम्पत सिंह का इस्तीफ़ा हो गया। लेकिन ओम प्रकाश चौटाला ने मंजूर नहीं होने दिया।

1996 में बंसीलाल, हविपा और भाजपा गठबंधन सरकार के मुख्यमंत्री थे। वे भर्ती के लिए सिफारिश तो करते लेकिन कह देते की कद और छाती के माप में कोई रियायत नहीं हो। और ऐसा प्रबंध किया गया की सिफारिश कराने गए युवको का कोठी में ही कद मापा जाता और जो फिट होते उनके नाम की सिफारिश कर दी जाती। लोगों को यह पसंद नहीं था।

जब चुनाव में वोट मांगने गए तो लोगों ने सुरिंदर सिंह को सुनाते हुए कहा की भाई फीता लाओ -कद नापना है।
जब चौटाला ने डॉट लाइन पर दकसत करने को कहा। मुख्य मंत्री ओमप्रकाश चौटाला , ने चडीगढ़ में जिलों के पुलिस अधीक्षकों की बैठक में भर्ती में पारदर्शिता की बात कही। उन्ही दिनों भर्ती हुई थी।

और फिर मीटिंग के बाद , उनके एक अफसर ने जिन जिलों में भर्ती हुई थे वहा के पुलिस अधीक्षकों को चयन किये जाने वाले उम्मीदवारों की सूची थमाते हुए नीचे अपने दकसत करने को कहा। और भूपिंदर हूडा ने तो भर्ती के लिए एक वर्कर की अध्यक्षता में भर्ती बोर्ड बना दिया था। नेता भी क्या करे क्योंकि वोटर दबाव बनाते है।

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