इन दिनों सोशल मीडिया पर ‘IITवाले बाबा’ या ‘इंजीनियर बाबा’ के नाम से चर्चित अभय सिंह की कहानी लोगों को प्रेरित कर रही है। ये बाबा हरियाणा के रहने वाले हैं और इनका दावा है कि इन्होंने IIT बॉम्बे से एयरोस्पेस इंजीनियरिंग की पढ़ाई की है। इसके बाद, उन्होंने कनाडा में नौकरी की शुरुआत की, लेकिन जल्द ही फोटोग्राफी और कला की ओर रुख कर लिया।
अभय की जर्नी फिल्म ‘3 इडियट्स’ के फरहान के जैसे रही है, जहां इंजीनियरिंग के बाद उनका दिल किसी और क्षेत्र में लग गया। ट्रैवल फोटोग्राफी के एक कोर्स के बाद उन्होंने जीवन को एक नया दृष्टिकोण दिया और फिजिक्स का कोचिंग सेंटर भी खोला। हालांकि, इसके बावजूद वे अपनी ज़िंदगी से संतुष्ट नहीं थे और अध्यात्म की ओर रुझान बढ़ा। अब वे कुंभ मेला में साधारण वेशभूषा में लोगों को साइंस और अध्यात्म का मिश्रण समझाते हैं, जिससे उनकी लोकप्रियता बढ़ी है।
अभय सिंह के माता-पिता का मानना है कि उनका बेटा घर वापस लौटे, लेकिन अब उनके जीवन की दिशा बदल चुकी है। अभय ने अपने परिवार के झगड़ों से बचने के लिए पढ़ाई में खुद को व्यस्त रखा और अंततः संन्यासी बनने का निर्णय लिया।
अभय सिंह की यह यात्रा एक प्रेरणा है, जो यह साबित करती है कि जीवन में किसी भी मोड़ पर व्यक्ति अपनी दिशा बदल सकता है, बशर्ते उसमें आत्म-निर्णय की शक्ति हो।