हरियाणा के फरीदाबाद में ग्रीवेंस कमेटी की बैठक चल रही थी, लेकिन वहां पर पुलिस कमिश्नर सतेंद्र कुमार गुप्ता नहीं पहुंचे थे। ऐसे में बैठक ले रहे हरियाणा के उद्योग एवं वाणिज्य मंत्री राव नरबीर सिंह बुरी तरह से भड़क गए। उन्होंने वहां पर मौजूद दूसरे अफसरों की जमकर क्लास लगाई।
पुलिस कमिश्नर पर फूटी गुस्सा
बैठक में पुलिस कमिश्नर के न पहुंचने पर मंत्री राव नरबीर सिंह ने कहा कि “अगर सभी विभागों के आला अधिकारी मौजूद हैं तो पुलिस कमिश्नर मंत्री से बड़ा कैसे हो सकता है?” उन्होंने भविष्य में डीसीपी के अनिवार्य रूप से बैठक में होने की बात कही। राव नरवीर ने सख्त शब्दों में चेतावनी दी, “अगली बार अगर ऐसा हुआ, तो अधिकारी खुद को सस्पेंड समझें।” साथ ही मंत्री राव नरबीर सिंह ने अधिकारियों से कहा कि ऐसे मामलों को समाधान शिविर में निपटाया जाए।
अधिकारियों को दिए सख्त आदेश
वहीं, कैबिनेट मंत्री राव नरबीर सिंह सिंचाई विभाग के एक मामले में बार-बार ऑब्जेक्शन लगाने से भी नाराज नजर आए। उन्होंने कहा कि अधिकारी फाइलों को पढ़ते नहीं हैं और बार-बार पीड़ितों को ऑब्जेक्शन लगाकर परेशान किया जाता है। जितने ऑब्जेक्शन हो, वो सिर्फ एक बार में ही लग जाने चाहिए, ताकि शिकायतकर्ता को बार-बार दफ्तरों के चक्कर ना काटने पड़े।
वहां बैठे अधिकारियों को चेताते हुए कहा उन्होंने कहा कि कोई भी अधिकारी बार-बार ऑब्जेक्शन ना लगाए। सब समझ में आता है कि बार-बार ऑब्जेक्शन क्यों लगाया जाता है। अगर अगली बार ऐसा देखने को मिला तो अधिकारी अपने आप को सस्पेंड समझे।
डीसी पर भी भड़के मंत्री
उन्होंने डीसी पर भी गुस्सा दिखाते हुए कहा कि कई मामले ऐसे हैं जो समाधान शिविर में ही निपट जाने चाहिए थे और उनके यहां आने की नौबत ही नहीं थी। उन्होंने डीसी से कहा कि इस तरह के मामलों को समाधान शिविर में निपटा दिया करो।