रबी सीजन के दौरान अगर आपने अब तक अपनी फसल का रजिस्ट्रेशन नहीं करवाया है तो तुरंत करवा लीजिए। जी हां, मेरी फसल मेरा ब्यौरा पोर्टल पर रबी सीजन के लिए जमीन और फसलों का रजिस्ट्रेशन शुरू हो चुका है, जिसका मकसद किसनों को उनकी उपज की बिक्री और सरकारी योजनाओं का लाभ प्रदान करना है।
पंजीकरण की आखिरी तारीख
कृषि विभाग द्वारा मेरी फसल-मेरा ब्योरा पोर्टल को 31 जनवरी तक ओपन किया गया है। इसके लिए विभाग द्वारा सोमवार, 13 जनवरी से जागरूकता अभियान शुरू करने का फैसला भी किया गया है। किसानों को किसी प्रकार की परेशानी न झेलनी पड़े, इसके लिए कृषि विभाग कार्यालय में हेल्प डेस्क भी स्थापित किया गया है।
वहीं, 7 जनवरी तक सरकारी आंकड़ों के मुताबिक प्रदेश भर में 7 लाख 64 हजार 286 किसानों की तरफ से 89 लाख 85 हजार 420 एकड़ में से सिर्फ 43 लाख 78 हजार 170 एकड़ जमीन का रजिस्ट्रेशन हुआ है। यानि अभी आधे से ज्यादा किसानों का पंजीकरण बाकी है।
‘परिवार पहचान पत्र से नहीं जुड़ेगी आय’
वहीं, बहुत से किसान ऐसे हैं जो भ्रमित हो गए हैं। उन्हें लगता है मेरी फसल मेरा ब्यौरा पोर्टल पर पंजीकरण करने से उनकी आय, परिवार पहचान पत्र से जुड़ जाएगी जबकि ऐसा कुछ नहीं होगा। ये निराधार है। कृषि एवं किसान कल्याण विभाग की तरफ से जानकारी देते हुए बताया गया है कि किसान योजनाओं से फायदा लेने के लिए मेरी फसल मेरा ब्यौरा पर पंजीकरण अनिवार्य है।
फसल बीमा के लिए भी रजिस्ट्रेशन जरूरी
मौसम की मार भी किसानों को झेलनी पड़ती है, ऐसे में जिन किसानों ने प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना में बीमित राशि जमा की होती है उन्हें बीमा कम्पनी द्वारा मुआवजा प्राप्त हो जाता है। लेकिन जिन किसानों का बीमा नहीं होता उन्हें सरकार द्वारा क्षतिपूर्ति के माध्यम से मुआवजा दिया जाता है।
उसके लिए भी मेरी फसल मेरा ब्यौरा पर पंजीकरण आवश्यक है। इसके अलावा कृषि यंत्र के लिए भी मेरी फसल मेरा ब्यौरा पर रजिस्ट्रेशन करना आवश्यकता होती है। मेरी फसल मेरा ब्यौरा पर पंजीकरण 31 जनवरी तक किसान करवा सकते हैं।