भारत जैसे विशाल और संसाधन संपन्न देश में सड़क दुर्घटनाओं से होने वाली मौतों में लगातार बढ़ोतरी हो रही है। साल 2024 में सड़क दुर्घटनाओं में एक लाख 80 हजार से अधिक लोगों की जान गई, जो कि 2023 में हुई 1.72 लाख मौतों से भी ज्यादा है। इन आंकड़ों को देखकर यह स्पष्ट होता है कि सड़क सुरक्षा पर ध्यान देने की आवश्यकता है। इसी उद्देश्य को लेकर जनवरी माह में ‘रोड सेफ्टी मंथ’ मनाया जाता है, जिसमें 11 से 17 जनवरी तक ‘रोड सेफ्टी वीक’ आयोजित किया जाता है। इस साल का थीम ‘बी अ रोड सेफ्टी हीरो’ है, जिसका उद्देश्य सड़क दुर्घटनाओं में कमी लाना है।
रोड सेफ्टी वीक क्या है?
रोड सेफ्टी वीक एक आयोजन है, जिसमें सरकार, स्कूल, कॉलेज, ट्रैफिक पुलिस और एनजीओ मिलकर लोगों को सड़क सुरक्षा के महत्व के बारे में जागरूक करते हैं। इस दौरान कार्यशालाएं, नुक्कड़ नाटक और जागरूकता अभियानों के माध्यम से ट्रैफिक नियमों का पालन करने की आदत विकसित की जाती है।
सड़क हादसों का मुख्य कारण
सड़क दुर्घटनाओं का मुख्य कारण ओवरस्पीडिंग, ड्रिंक एंड ड्राइविंग, मोबाइल पर बात करते हुए गाड़ी चलाना, खराब सड़कों पर तेज गति से चलना, ओवरटेकिंग के दौरान लापरवाही और खराब वाहन रख-रखाव है। इन समस्याओं से बचने के लिए सभी को सुरक्षा नियमों का पालन करना चाहिए।
सुरक्षित सड़क नियम
सड़क सुरक्षा की शुरुआत छोटे-छोटे नियमों का पालन करने से होती है, जैसे कि पैदल यात्री जेब्रा क्रॉसिंग का उपयोग करें, बाइक चलाते वक्त हेलमेट पहनें और कार चलाते वक्त सीट बेल्ट लगाएं।