कैथल : सर्दी से कई गायों की मौत के बाद हरियाणा गौ सेवा आयोग के चेयरमैन श्रवण कुमार गर्ग ने शुक्रवार देर सायं जिले की कई गौशालाओं का औचक निरीक्षण किया।
गौ सेवा आयोग के चेयरमेन श्रवण कुमार गर्ग ने औचक निरीक्षण करते हुए कैथल जिले की श्री कृष्ण गऊ संरक्षण धाम गौशाला व कपिस्थल नंदीशाला का निरीक्षण कर गौवंश के लिए जो व्यवस्थाएं की गई है उसको जांचा। जिसमें वर्तमान समय में लगभग 1800 गौवंश ओर दूसरी में 1350 गौवंश का लालन पालन हो रहा है।
चेयरमैन श्रवण कुमार गर्ग ने इस मौके पर यह भी बताया कि जिला कैथल में 22 गौशालाओं में लगभग 19300 गौवंश हैं। सर्दी के मौसम व बरसात के मौसम में गौशालाओं की व्यवस्था विशेष रूप से करनी होती है। इसी के मद्देनजर आज यहां पर निरीक्षण किया गया हैं। उन्होंने कहा कि निरीक्षण के दौरान गौशालाओं के प्रतिनिधियों को सफाई पर विशेष ध्यान देने बारे निर्देश दिए गए है, साथ ही साथ सफाई उपरान्त स्प्रे करने बारे भी कहा है, ताकि गौशालाएं कीटाणु रहित हो। उन्होंने यह भी कहा है समाचार पत्रों में जो खबर दर्शाई गई है उसमें भी खामियां हो सकती है क्योंकि गौवंश मृत्यु के कई कारण हो सकते है जैसे कि सर्दी सहित मौसम ठीक नहीं होने के कारण आदि। कैथल जिले की बात करें तो यहां पर पिछले कुछ समय में जिन गौवंश की मृत्यु हुई है उनमें कुछ बीमार थे, कुछ सडक़ दुर्घटना के शिकार हुए है, और कुछ प्राकृतिक मृत्यु के हैं। ओर कुछ ऐसे थे जो बेसहारा थे जो सड़कों पर पॉलीथिन खाते है वह गौशालाओं में लाए जाते है,जिससे संभवतः मृत्यु दर बढ़ती है।
इस मौके पर पशुपालन एवं डेयरी विभाग के ज्वाइंट डायरेक्टर डॉ प्रेम सिंह, हरियाणा गौसेवा आयोग के अधिकारी डॉ मंजीत कटारिया, आनंद कोड़ा, पशुपालन विभाग के एसडीओ ओम प्रकाश, सुरेश गर्ग,कृष्ण कुमार, शमशेर सिंह, योगेश के साथ-साथ अन्य मौजूद रहें।
ठंड के कारण गोवंश की मौत पर डीसी ने बनाई कमेटी
वहीं डीसी प्रीति ने जींद रोड स्थित गोशाला में गायों की मौत पर संज्ञान लेते हुए गोवंश के लिए मूलभूत सविधाएं और समुचित प्रबंधों की व्यवस्था की निगरानी को लेकर एक कमेटी का गठन किया है। इस कमेटी में पंचायती राज के कार्यकारी अभियंता को अध्यक्ष तथा जिला नगर आयुक्त द्वारा नामित प्रतिनिधि, पशुपालन एवं डेयरी विभाग के उप निदेशक, संबंधित गोशाला के प्रधान को सदस्य बनाया गया है। डीसी ने कमेटी को निर्देश जारी किए हैं कि सयुंक्त मौका निरीक्षण करना सुनिश्चित करें और गोवंश की आवश्यकतानुसार मूलभूत सुविधाएं एवं समुचित प्रबंधों की व्यवस्था करवाना सुनिश्चित करें, ताकि गोवंश की ठीक प्रकार से देखभाल हो सके। यह कमेटी प्रत्येक 48 घंटे में अपनी रिपोर्ट उपायुक्त कार्यालय में भिजवाना सुनिश्चित करें।