Saturday, December 28, 2024
Homeदिल्लीमनमोहन सिंह के निधन पर सीएम मोहन यादव और शिवराज सिंह चौहान...

मनमोहन सिंह के निधन पर सीएम मोहन यादव और शिवराज सिंह चौहान समेत मध्य प्रदेश बीजेपी के तमाम नेताओं ने जताया दुख, दी श्रद्धांजलि

भारत के पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह का 92 साल की उम्र में निधन हो गया है। गुरुवार की रात को उन्होंने दिल्ली एम्स में अंतिम सांस ली। बताया जा रहा है कि गुरुवार की रात करीब 8 बजे उनकी तबीयत बिगड़ी तो उन्हें एम्स के इमरजेंसी वार्ड में भर्ती कराया गया। मध्य प्रदेश के बीजेपी और कांग्रेस नेताओं ने शोक व्यक्त किया है।

सीएम मोहन यादव ने दुख जताते हुए किया ट्वीट

मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने डॉ. मनमोहन सिंह के निधन पर शोक प्रकट करते हुए लिखा, ” भारत के पूर्व प्रधानमंत्री एवं महान अर्थशास्त्री डॉ. मनमोहन सिंह जी का निधन राजनीतिक जगत के लिए अपूरणीय क्षति है। श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए ईश्वर से प्रार्थना करता हूं कि दिवंगत की पुण्यात्मा को शांति प्रदान करें।

आरबीआई के गवर्नर, देश के वित्त मंत्री एवं प्रधानमंत्री जैसे दायित्व को निभाते हुए उन्होंने अपनी कुशल और दूरदर्शी नीतियों से देश की आर्थिक समृद्धि के प्रयासों में सहभागिता की और विभिन्न चुनौतियों का डटकर मुकाबला किया। देश के आर्थिक विकास में योगदान के लिए उन्हें सदैव याद किया जाएगा। दुःख की घड़ी में शोकाकुल परिवारजनों के प्रति मेरी गहरी संवेदनाएं हैं। ।।ॐ शांति।।”

सदैव मिला उनका मार्गदर्शन: शिवराज

केंद्रीय कृषि मंत्री और मध्यप्रदेश के पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान ने मनमोहन सिंह के साथ मुलाकात की एक तस्वीर अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर शेयर की और लिखा, ” भारत के पूर्व प्रधानमंत्री, प्रसिद्ध अर्थशास्त्री डॉ. मनमोहन सिंह जी आज हमारे बीच नहीं रहे। उनका जाना देश के लिए अपूरणीय क्षति है। वे अत्यंत विनम्र, सहज और सरल थे. मुख्यमंत्री रहते हुए मुझे कई विषयों पर सदैव उनका मार्गदर्शन मिला। डॉ. साहब शुचितापूर्ण राजनीति के पर्याय थे। 90 के दशक में उनकी उदारीकरण की नीतियां भारतीय अर्थव्यवस्था को गति देने में महत्वपूर्ण स्थान रखती हैं।”

सच्चे देशभक्त और महान अर्थशास्त्री को देश ने खो दिया: जितेंद्र पटवारी

पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह जी के निधन से देश ने एक सच्चे देशभक्त, महान अर्थशास्त्री और सादगी के प्रतीक को खो दिया है। 1991 के आर्थिक संकट में उनका दूरदर्शी नेतृत्व भारत के लिए वरदान साबित हुआ। उनके आर्थिक सुधारों ने करोड़ों भारतीयों के जीवन को बेहतर बनाया। प्रधानमंत्री के रूप में उन्होंने सूचना क्रांति, मनरेगा, किसानों की कर्जमाफी, और शिक्षा के अधिकार जैसे ऐतिहासिक कदम उठाए। उनकी ईमानदारी, विनम्रता और राष्ट्रसेवा का हर भारतीय सदैव ऋणी रहेगा। यह देश के लिए एक युगांतकारी क्षति है।

- Advertisment -
RELATED NEWS
- Advertisment -

Most Popular