Rohtak News : मणिपुर में नक्सलियों के हमले में शहीद बीएसएफ जवान सुनील पहलवान का राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया। इस दौरान जनप्रतिनिधियों और समाजसेवियों ने अत्येष्टि स्थल पहुंचकर पार्थिव शरीर पर पुष्पचक्र अर्पित कर श्रद्धाजंलि दी।
वहीं जिला प्रशासन की तरफ से उपमंडलाधीश आशीष कुमार ने शहीद सुनील कुमार के पार्थिव शरीर पर पुष्प चक्र अर्पित कर श्रद्धांजलि दी। सेना की टुकड़ी ने आसमान में गोली दाग कर और मातमी धुन बजाकर शहीद सुनील कुमार को अंतिम विदाई दी। मुखाग्नि उनके भाई ने दी।
रोहतक के जिले के किलाई गांव निवासी बीएसएफ जवान सुनील पहलवान 22 दिसंबर को मणिपुर में नक्सलियों के हमले में शहीद हो गए थे। मंगलवार की सुबह उनका पार्थिव शरीर गांव लाया गया। शव घर पहुंचते ही कोहराम मच गया। अंतिम दर्शन के लिए सैकड़ों की संख्या में ग्रामीण जुट गए। अंतिम यात्रा में पूरा वातावरण भारत माता की जय के जयकारों से गूंज उठा। अंतिम यात्रा में चल रहे लोगों की आंखें नम थीं। लोग नारे लगा रहे थे कि जब तक सूरज चांद रहेगा सुनील पहलवान तुम्हारा नाम रहेगा। इस दौरान शहीद सुनील कुमार के परिजनों ने कहा कि उनको सुनील की शहादत पर गर्व है।
सुनील कुमार करीब 18 वर्ष पहले बीएसएफ में भर्ती हुआ था। उसकी दो बेटियां हैं, बड़ी बेटी स्वाति करीब 18 वर्ष आयु की है तथा छोटी बेटी सिमरन करीब 14 वर्षीय है। शहीद सुनील कुमार कुछ दिन पहले ही छुट्टी काटकर अपनी ड्यूटी पर गया था।
वहीं रोहतक लोकसभा सीट से सांसद दीपेंद्र सिंह हुड्डा ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म X पर लिखा “मणिपुर में BSF के सुनील (किलोई) ने मातृभूमि की रक्षा करते हुए अपना सर्वोच्च बलिदान दिया है। उनकी शहादत को विनम्र श्रद्धांजलि व परिवार के प्रति गहरी शोक संवेदनाएं प्रकट करता हूं। दुःख की इस घड़ी में पूरा देश अपने शहीद के परिवार के साथ एकजुट खड़ा है।