भारत की सबसे बड़ी 200 कंपनियों के 388 फाउंडर्स में से एक तिहाई से अधिक IIT के पूर्व छात्र हैं, यह बात हुरून इंडिया और IDFC फर्स्ट बैंक की सालाना रिपोर्ट में सामने आई है। इस रिपोर्ट के अनुसार, 2000 या इसके बाद शुरू हुई इन कंपनियों के फाउंडर्स में IIT से पढ़ाई करने वाले लोगों का योगदान काफी महत्वपूर्ण है।
रिपोर्ट में बताया गया है कि सबसे ज्यादा 36 IIT-दिल्ली के ग्रेजुएट्स इस लिस्ट में शामिल हैं। इसके बाद IIT बॉम्बे से 20 और IIT खड़गपुर से 19 फाउंडर्स हैं। रिपोर्ट के अनुसार, इन कंपनियों की वैल्यूएशन पिछले साल के मुकाबले 20% बढ़कर 36 लाख करोड़ रुपए हो गई है, जो महाराष्ट्र की कुल जीडीपी के करीब है।
इस लिस्ट में डी-मार्ट की वैल्यूएशन सबसे अधिक है, जो पिछले साल के मुकाबले 44% बढ़ी है। वहीं जोमैटो की वैल्यूएशन में एक साल में 190% का उछाल आया है। स्विगी की वैल्यूएशन में भी 52% की वृद्धि दर्ज की गई है। इसके अलावा, मेकमायट्रिप की वैल्यूएशन 168% बढ़ी, और पॉलिसी बाजार की वैल्यूएशन 128% बढ़ी।
रिपोर्ट में विशेष रूप से जेप्टो के को-फाउंडर कैवल्य वोहरा का जिक्र किया गया है। सिर्फ 21 साल के कैवल्य की कंपनी की वैल्यूएशन 259% बढ़कर 41,800 करोड़ रुपए हो गई है।