रोहतक : उपायुक्त धीरेंद्र खड़गटा ने बताया कि सरकार द्वारा धनपत सिंह सांगी स्मृति पुरस्कार प्रदान किया जाता है, जिसके लिए पात्र सांगी आगामी 6 जनवरी 2025 तक आवेदन कर सकते है।
यह आवेदन सूचना, जनसंपर्क एवं भाषा विभाग, हरियाणा एससीओ नंबर 200-201, सेक्टर 17-सी चंड़ीगढ़ या विभाग की ई-मेल आईडी [email protected] पर 6 जनवरी तक भिजवाए जा सकते है। आवेदन निर्धारित प्रारूप में स्पष्ट लिखाई में ही भरें। निर्धारित तिथि के बाद प्राप्त होने वाले तथा अधूरे आवेदनों पर विचार नहीं किया जाएगा।
इस संदर्भ में अधिक जानकारी के लिए दूरभाष संख्या 0172-5059113 एवं 0172-5059116 पर सभी कार्य दिवसों में संपर्क किया जा सकता है।
धीरेंद्र खड़गटा ने बताया कि यह आवेदन सूचना, जनसंपर्क एवं भाषा विभाग द्वारा धनपत सिंह सांगी स्मृति पुरस्कार के लिए आवेदन आमंत्रित किए गए है। आवेदन पत्र में आवेदक सांगी का नाम, पिता का नाम, प्रमाण सहित जन्म तिथि, वर्तमान आयु, छायाप्रति सहित आधार संख्या, प्रमाण सहित स्थाई पता, मोबाइल नंबर, ई-मेल पता, बैंक खाते का विवरण (बैंक का नाम, खाता संख्या व आईएफएससी कोड का विवरण), आवेदक सांगी के गुरु अथवा प्रणाली का नाम, आवेदक के शिष्यों का नाम, बेड़े में कलाकारों की संख्या, बेड़े बंध द्वारा अब तक प्रस्तुत किए गए सांगों के नाम व प्रस्तुतियों की संख्या, सांग विधा में बेड़े बंध (आवेदक सांगी) द्वारा कोई महत्वपूर्ण योगदान, आवेदक का विस्तृत जीवन परिचय (अलग से प्रति संलग्न करें), सांग महोत्सव में प्रस्तुत किए जाने वाले शिक्षाप्रद और सामाजिक सरोकारों से जुड़े सांग की संपूर्ण पटकथा अलग से संलग्न करें।
नियम व शर्तें :
डीसी ने बताया कि पुरुस्कार की राशि एक लाख रुपए होगी एवं इसके साथ एक प्रशस्ति पत्र एवं एक शॉल भी दी जाएगी। श्रेष्ठ निर्देशन के लिए विभिन्न सांगियों की रचनाओं के मंच निर्देशन हेतु कम से कम 10 वर्ष का अनुभव, आवेदक हरियाणा का स्थाई निवासी, प्रार्थी ने सांगों का निर्देशन हरियाणा की संस्कृति के मर्यादा के अनुरूप किया हो, श्रेष्ठï निर्देशक अपने सहयोगी कलात्मक निर्देशक, संगीत निर्देशक, कॉस्ट्यूम डिजाइनर, प्रकाश एवं ध्वनि इत्यादि तकनीकी स्टाफ के साथ तालमेल बनाने में दक्ष होना चाहिए। प्रार्थी की न्यूनतम आयु 35 वर्ष एवं अधिकतम आयु 70 वर्ष होनी चाहिए। प्रार्थी सांगों के मंच संचालन में प्रतिष्ठित हो। सांगों की रचना के आधार पर स्क्रिप्ट तैयार करने, अभिनय की बारीकियों तथा संगीत की जानकारी होना आवश्यक है।
प्रार्थी द्वारा प्रतिवर्ष कम से कम 10 सांगों का निर्देशन/मंचन किया गया हो। चयनित किए जाने वाले व्यक्ति की सामाजिक छवि अच्छी होनी चाहिए तथा उस पर कोई भी आपराधिक मामला नहीं होना चाहिए। निर्देशित अथवा मंचित किए गए सांग शिक्षाप्रद और सामाजिक सरोकारों से जुड़े होने चाहिए। अनिवार्य योग्यता के अनुरूप प्राप्त आवेदनों की छंटनी उपरांत सांगियों को अपने पूर्ण दल सहित विभाग द्वारा निर्धारित स्थान पर सांग महोत्सव में प्रस्तुति देनी होगी, जिनमें से निर्णायक मंडल पात्र सांगी का चयन करेगा। सांगी का चयन पारदर्शिता के आधार किया जाएगा और कमेटी द्वारा लिया गया निर्णय अंतिम होगा।