Bihar Business Connect 2024: बिहार की राजधानी पटना के ज्ञान भवन में दो दिवसीय बिहार बिजनेस कनेक्ट-2024 की शुरूआत हो चुकी है। इस कार्यक्रम में 80 से ज्यादा कंपनियां शामिल हो रही हैं। अगले दो दिनों तक निवेशकों से इन्वेस्ट पर चर्चा होगी।
19 दिसंबर से हो रहे इस कार्यक्रम की शुरुआत में राज्य में औद्योगिक और उद्यमशीलता विकास को बढ़ावा देना लक्ष्य है। पटना के ज्ञान भवन में होने वाले वैश्विक निवेशक शिखर सम्मेलन में देश-विदेश के कई निवेशकों द्वारा भारी निवेश की संभावना जताई गई है।
मंत्री नीतीश मिश्रा ने किया उद्घाटन
इस सम्मेलन का उद्घाटन उद्योग मंत्री नीतीश मिश्रा ने किया। मौके पर बिहार के डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी और विजय सिन्हा मौजूद रहे. बता दें कि 4-5 विशेष सेशन का आयोजन किया जाएगा. जिसमें MSMES और स्टार्टअप पर चर्चा की जाएगी।
बता दें कि कपड़ा, चमड़ा, रसद, जैव ईंधन, आईटी और नवीकरणीय ऊर्जा जैसे उच्च-संभावना वाले उद्योगों में निवेश को लक्षित कर 19-20 दिसंबर 2024 को बिहार बिजनेस कनेक्ट 2024 में कई कम्पनियां शामिल होंगी। बिहार बिजनेस कनेक्ट 2024 के प्रमुख फोकस क्षेत्रों में विनिर्माण क्षेत्र, बुनियादी ढांचा और कनेक्टिविटी और निर्यात शामिल हैं।
उद्योग मंत्री नीतीश मिश्रा ने कहा कि इसमें 80 देश के निवेशक भाग लेंगे। निवेशकों के साथ एमओयू भी साइन किया जाएगा। उद्योग विभाग की सचिव वंदना प्रेयशी के अनुसार खाद्य प्रसंस्करण, सामान्य विनिर्माण, स्वास्थ्य, सूचना प्रौद्योगिकी, रसद, प्लास्टिक और रबर, नवीकरणीय ऊर्जा, कपड़ा, चमड़ा, पर्यटन और आतिथ्य क्षेत्रों के उद्योग समूहों के भाग लेने की उम्मीद है। वहीं उद्योग समूहों के लिए अलग अलग सत्र होंगे जिसमें बिहार की औद्योगिक नीति, सूचना प्रौद्योगिकी, श्रम, ऊर्जा और पर्यटन आदि क्षेत्रों में अवसरों पर चर्चा होगी।
‘नेपाल से आने वाला पानी करता था बर्बादी’
इसके बाद संबोधन में डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी ने कहा कि, हमलोग आगे बढ़ने के लिए तैयार हैं। उन्होंने कहा कि, मैं ऐसा इसलिए कह रहा हूं, क्योंकि पहले हमें कुछ चीजों का एहसास नहीं था। हमलोग जनसंख्या में बांग्लादेश और इंडोनेशिया से आगे निकल गए हैं। हमारे पास अनेकों प्रतिभा है। यूपीएससी की परीक्षा सबसे ज्यादा बिहार के छात्र पास कर रहे हैं। अब हमें इस प्रतिभा का प्रयोग करना है।
सम्राट चौधरी ने आगे कहा कि पहले नेपाल से आने वाला पानी हमें बर्बाद करके चला जाता था। सिर्फ 2 लाख क्यूसेक पानी अगर नेपाल छोड़ता था तो राज्य में करीब 15 जिले डूब जाते थे। इस बार साढ़े 6 लाख क्यूसेक पानी नेपाल से छोड़ा गया। इसके बावजूद एक भी जिले को बाढ़ की मार नहीं झेलनी पड़ी।
सम्राट चौधरी ने कहा कि हमलोग जल्द ही पांच बड़े डैम बनाने जा रहे हैं। आज ग्लोबल समिट के जरिए हमलोग कई क्षेत्रों में आगे जाना चाहते हैं। मक्का का उत्पादन हमारे यहां सबसे ज्यादा होता है। सम्राट चौधरी ने निवेशकों से फूड प्रोसेसिंग यूनिट लगाने में सहयोग करने की अपील की।