भारत में यूनिफाइड पेमेंट इंटरफेस (UPI) के जरिए जनवरी से नवंबर 2024 तक 15,547 करोड़ ट्रांजैक्शन हुए, जिसमें कुल 223 लाख करोड़ रुपये की राशि ट्रांसफर की गई। यह UPI के जरिए किए गए ट्रांजैक्शन का नया रिकॉर्ड है, जैसा कि वित्त मंत्रालय ने 14 दिसंबर को X पर पोस्ट शेयर कर बताया।
वित्त मंत्रालय के अनुसार, UPI का उपयोग वैश्विक स्तर पर बढ़ रहा है। वर्तमान में UPI 7 देशों में इस्तेमाल हो रहा है, जिनमें UAE, सिंगापुर, भूटान, नेपाल, श्रीलंका, फ्रांस और मॉरिशस शामिल हैं।
नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) के आंकड़ों के अनुसार, नवंबर 2024 में UPI के माध्यम से 1,548 करोड़ ट्रांजैक्शन हुए, जिसमें 21.55 लाख करोड़ रुपये की राशि ट्रांसफर की गई। पिछले साल नवंबर के मुकाबले ट्रांजैक्शन की संख्या में 38% की बढ़ोतरी और राशि में 24% की वृद्धि दर्ज की गई।
नवंबर 2024 में दैनिक औसत ट्रांजैक्शन 51 करोड़ 60 लाख रहे, और रोजाना औसतन 71,840 करोड़ रुपये की राशि ट्रांसफर की गई। हालांकि, यह आंकड़ा अक्टूबर 2024 के रिकॉर्ड ट्रांजैक्शन से थोड़ा कम था। अक्टूबर में UPI के माध्यम से 1,658 करोड़ ट्रांजैक्शन हुए थे, जिसमें 23.50 लाख करोड़ रुपये ट्रांसफर किए गए थे।
UPI ने 2016 में अपनी शुरुआत के बाद से डिजिटल पेमेंट्स के क्षेत्र में क्रांति ला दी है। इसे एक जीरो-चार्ज फ्रेमवर्क के तहत 1 जनवरी 2020 से लागू किया गया, जिससे इसकी लोकप्रियता और बढ़ी है।