International Gita Mahotsav : कुरुक्षेत्र में विश्व प्रसिद्घ सूफी गायक हंस राज हंस ने अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव के मंच से ब्रह्मसरोवर की फिजा में सूफियाना रंग भर दिया। इस प्रसिद्ध सूफी गायक ने दमा दम मस्त कलंदर जैसे प्रसिद्ध गीतों की प्रस्तुति देकर सबका मन मोह लिया। इस सांस्कृतिक संध्या का बेसब्री से इंतजार कर रहे थे और जैसे ही सूफी गायक हंस राज हंस मंच पर पहुंचे तो दर्शकों ने तालियां बजाकर सूफी गायक का अभिवादन किया।
अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव-2024 की पुरुषोत्तमपुरा बाग में सांस्कृतिक संध्या के पहले दिन एनजेडसीसी की तरफ से सूफी गायक हंस राज हंस, हरियाणा कला एवं सांस्कृतिक कार्य विभाग की तरफ से तंजानिया, ओडिसा और हरियाणा के फ्यूजन नृत्य की प्रस्तुति का आयोजन हुआ। इस सांस्कृतिक संध्या का शुभारंभ केबिनेट मंत्री कृष्ण कुमार बेदी व जांजीबार की सांस्कृतिक एवं खेल मंत्री टीएम माविता ने किया। इस दौरान केबिनेट मंत्री कृष्ण कुमार बेदी ने सूफी गायक हंस राज हंस के साथ सभी कलाकारों को सम्मानित किया। इस सांस्कृतिक संध्या में सबसे पहली प्रस्तुति फ्यूजन की रही और इसके बाद सूफी गायक हंस राज हंस ने अपने सूफी गीतों से समां बांधने का काम किया।
सूफी गायक हंस राज हंस ने दमा दम मस्त कलंदर…, ये जो सीली-सीली आंदी ए हवा, नित खैर मंगा सोणया में तेरी…, सूफी गीतों की प्रस्तुति देकर दर्शकों पर तालियां बजाने पर मजबूर कर दिया और सभी दर्शक सूफी गायन पर झूमते हुए नजर आए।
इस मौके पर कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर सोमनाथ सचदेवा, आरएसएस के वरिष्ï नेता सतीश, केडीबी के मानद सचिव उपेंद्र सिंघल, 48 कोस तीर्थ निगरानी कमेटी के चेयरमैन मदन मोहन छाबडा, चेयरमैन धर्मवीर मिर्जापुर, भाजपा के जिला अध्यक्ष सुशील राणा, केडीबी सदस्य एमके मोदगिल, भाजपा नेता गौरव बेदी, भाजपा नेता गुरदयाल सुनहेड़ी, विजय नरुला, अशोक रोशा, डा. ऋषिपाल मथाना, युद्घिष्ठर बहल, पदमश्री महावीर गुड्डïू, कैप्टन परमजीत सिंह, प्राधिकरण के सदस्य सौरभ चौधरी, एडीसी सोनू भट्ट, सीईओ केडीबी पंकज सेतिया, एसडीएम कपिल शर्मा सहित अन्य गणमान्य लोग मौजूद थे।
अनूठी प्रस्तुति देखकर दंग रह गए दर्शक
हरियाणा कला एवं सांस्कृतिक कार्य विभाग के विशेष प्रयासों से अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव के मंच पर पार्टनर देश तंजानिया, पार्टनर राज्य ओडिसा और मेजबान राज्य हरियाणा की लोक कला और संस्कृति एक सूत्र में पिरोकर यादगार और शानदार फ्यूजन की प्रस्तुति दी गई।
इस प्रस्तुति में हरियाणा के कलाकार ओडिसा और तंजानिया की लोक कला और तंजानिया और ओडिसा के कलाकार हरियाणा की लोक कला के रंग में नजर आए। इस अनूठी प्रस्तुति को देखकर सभी दंग रह गए और तालियां बजाकर इस प्रस्तुति की प्रशंसा की है।