हुंडई मोटर इंडिया लिमिटेड (HMIL) ने 1 जनवरी 2025 से अपने सभी मॉडलों की कीमतों में 25,000 रुपये तक की वृद्धि करने का ऐलान किया है। कंपनी ने यह कदम बढ़ी हुई इनपुट लागत, एक्सचेंज दरों और लॉजिस्टिक खर्चों में बढ़ोतरी के कारण उठाया है।
हुंडई के होल-टाइम डायरेक्टर और चीफ ऑपरेटिंग ऑफिसर तरुण गर्ग ने बताया, “हमेशा हमारा प्रयास होता है कि हम बढ़ती लागत को अपनी जेब से कवर करें, ताकि हमारे ग्राहकों पर इसका असर न पड़े। हालांकि, लगातार बढ़ती लागत को देखते हुए, कीमतों में मामूली वृद्धि करना जरूरी हो गया है।”
हुंडई की बिक्री में गिरावट
नवंबर 2024 में हुंडई की कुल बिक्री 7% घटकर 61,252 यूनिट रही, जबकि पिछले साल नवंबर में यह संख्या 65,801 थी। भारतीय बाजार में भी इस बिक्री में 2% की गिरावट आई, जहां नवंबर 2023 में 49,451 कारों की बिक्री हुई थी, जो अब घटकर 48,246 रह गई। इसके अलावा, कंपनी का एक्सपोर्ट 20% कम हो गया, जिसमें 16,350 यूनिट से घटकर 13,006 यूनिट हो गया।
कंपनी का मुनाफा भी घटा
कंपनी ने जुलाई-सितंबर तिमाही में 1,375 करोड़ रुपये का कॉन्सोलिडेटेड नेट प्रॉफिट दर्ज किया, जो पिछले साल की समान तिमाही के मुकाबले 16.5% कम है। इसके साथ ही, ऑपरेशनल रेवेन्यू भी 7.39% घटकर 17,260 करोड़ रुपये रहा।
आर्थिक दबाव का असर
सालाना आधार पर हुंडई इंडिया की कुल आय 8.34% घटकर 17,452 करोड़ रुपये रही, जबकि पिछले वर्ष की समान तिमाही में यह आंकड़ा 19,042 करोड़ रुपये था। यह सब बढ़ती लागत और घटती बिक्री के बीच कंपनी के वित्तीय दबाव को दर्शाता है।