छात्र संगठन ऑल इंडिया डेमोक्रेटिक स्टूडेंट्स आर्गेनाइजेशन (एआईडीएसओ) का शिक्षा, सभ्यता और मानवता को बचाने व राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के खिलाफ 10वां अखिल भारतीय छात्र सम्मेलन का खुला अधिवेशन दिल्ली के तालकटोरा स्टेडियम में सम्पन्न हुआ। रोहतक, हरियाणा समेत पूरे देश के कोने कोने से हजारों छात्रों ने हिस्सा लिया।
प्रसिद्ध इतिहासकार प्रोफेसर इरफान हबीब, प्रोफेसर नंदिता नारायण, प्रो चमन लाल, प्रसिद्ध अर्थशास्त्री प्रो अरुण सिंह इत्यादि व्यक्तित्व ने सभा को संबोधित किया। सभी ने सम्मेलन को सफल होने की शुभकामनाएं दीं और कहा कि शिक्षा और छात्र आंदोलन तेज करने की जरूरत है।
एआईडीएसओ के प्रदेश अध्यक्ष हरीश कुमार सैनी ने बताया कि तालकटोरा स्टेडियम, दिल्ली में आयोजित छात्र सम्मेलन सरकार की शिक्षा विरोधी नीतियों के खिलाफ छात्र और शिक्षा आंदोलन में मील का पत्थर साबित होगा। सम्मेलन से जाने के बाद छात्र शिक्षा समस्याओं और राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के खिलाफ आंदोलन तेज करेंगे।
एआईडीएसओ के प्रदेश सचिव उमेश मौर्य ने कहा कि केंद्र व राज्य की विभिन्न सरकारें छात्र और शिक्षा हितों पर तेज हमलें कर रही हैं। शिक्षा को बाजार की वस्तु बना करके आम लोगों की पहुंच से दूर करती जा रही है। सरकार राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 लागू करके सरकारी स्कूलों को तेजी से बंद कर रही है और साथ ही साथ यूनिवर्सिटी के ग्रांट को खत्म करती जा रही है। शिक्षण संस्थानों में लाखों की संख्या में अध्यापकों के पद खाली पड़े है। नौजवानों को रोजगार देने की बजाए रोजगार के अवसरों को ही खत्म करती जा रही है।