Kartik Amavasya 2024 : रोहतक के माता दरवाजा स्थित संकट मोचन मंदिर में ब्रह्मलीन गुरुमां साध्वी गायत्री जी के सानिध्य में कार्तिक अमावस्या पर हवन, कीर्तन और सत्संग का आयोजन हुआ। गद्दीनशीन साध्वी मानेश्वरी देवी और भक्तों ने हवन में आहूति डालकर व पूजा अर्चना करके सुख-शांति के लिए पूर्ण आहुति डाली। पंडित अशोक शर्मा द्वारा प्रसाद वितरित हुआ।
साध्वी मानेश्वरी देवी ने बताया कि हमें कार्तिक अमावस्या के दिन स्नान-दान और पुण्य के काम करने चाहिए। इस दिन पितरों की आत्माशांति के लिए श्राद्ध, पिंडदान व ब्राह्मण भोज कराना चाहिए। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, इस दिन पवित्र नदी में स्नान करने से प्रभु श्रीहरि विष्णु प्रसन्न होते हैं और सुख-सौभाग्य का आशीर्वाद देते हैं। कार्तिक अमावस्या के दिन पितरों की आत्मा की मोक्ष प्राप्ति और उनकी आशीर्वाद पाने के लिए बेहद शुभ दिन माना जाता है। यह दिन पितरों की पूजा और तर्पण के लिए उत्तम समय होता है।
उन्होंने कहा कि इस दिन पितरों को प्रसन्न करके पितृ दोष से मुक्ति पाया जा सकता है। उन्होंने कहा कि हवन कराने से देवी-देवताओं का आशीर्वाद प्राप्त होता है और मानव के ग्रह दोष दूर होते हैं।