Saturday, September 28, 2024
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Haryana : अनाज मंडियों में हेल्प डेस्क लगाकर किसानों को दी जाएगी जरूरी जानकारी

Haryana : हरियाणा के झज्जर डीसी कैप्टन शक्ति सिंह ने कहा कि फसल खरीद के चलते मंडियों में बिजली, पानी और सफाई की सही व्यवस्था को। इसके साथ साथ किसानों को फसल अवशेष प्रबंधन के बारे में जागरूक किया जाए। किसानों को फसल अवशेष प्रबंधन से होने वाले फायदों के बारे में जानकारी दी जाए, इसके ब्लॉक एवं गांव स्तर पर टीमों का गठन करें। कृषि विभाग के साथ साथ अन्य सभी संबंधित अधिकारी व कर्मचारी अलर्ट मोड पर कार्य करते हुए इसकी मॉनिटरिंग भी करें। इस कार्य में किसी भी प्रकार की लापरवाही ना बरती जाए।

डीसी ने ये निर्देश शुक्रवार को लघु सचिवालय सभागार में अधिकारियों को दिए। इससे पहले प्रदेश के मुख्य सचिव टीवीएसएन प्रसाद ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से जिलाधिकारी, कृषि और अन्य संबंधित अधिकारियों को फसल अवशेष प्रबंधन के बारे उचित कदम उठाने को लेकर जरूरी निर्देश दिए। डीसी ने निर्देश देते हुए कहा कि मोबाइल एप ई-खरीद को लेकर ज्यादा से ज्यादा जागरूक किया जाए। इस एप को चलाने के लिए किसानों को बारीकी से जानकारी दी जाए। डीसी ने कहा कि फसल अवशेष प्रबंधन की गतिविधियों की नियमित मॉनिटरिंग की जाएगी। कार्य में लापरवाही बरतने वालों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई की जाएगी।

डीसी ने कहा कि विभाग द्वारा धान फसल के अवशेष प्रबंधन पर मिलने वाली प्रोत्साहन राशि के बारे में किसानों को जागरूक करें ताकि इसका अधिक से अधिक किसान लाभ उठाएं। इसके अलावा अगर किसान धान की पराली प्रबंधन करते हुए पराली को जिले की रजिस्टर्ड गौशालाओं में भेजता है तो उसे अतिरिक्त प्रोत्साहन राशि मिलने का प्रावधान है।

उन्होंने कहा कि धान कटाई का सीजन शुरू हो चुका है। ऐसे में फसल अवशेष जलाने की घटनाएं होने की संभावना बनी रहती है। इन घटनाओं पर अंकुश लगाने के लिए कृषि विभाग के साथ पंचायत विभाग व स्कूलों में जागरूकता कार्यक्रमों का आयोजन करें और किसानों व विद्यार्थियों को फसल अवशेष प्रबंधन करने के लिए प्रेरित करें। किसानों के साथ साथ युवा वर्ग और आमजन को जागरूक करें कि फसल अवशेष जलाने से पर्यावरण और प्राणी मात्र पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है। उन्होंने कहा कि जागरूकता अभियान से हमारी मानसिकता पर बड़ा सकारात्मक प्रभाव पड़ता है।

ई-खरीद मोबाइल एप्लीकेशन
डिजिटल गेट पास लेने के लिए किसानों को गूगल प्ले स्टोर से ई-खरीद मोबाइल एप्लीकेशन डाउनलोड कर सकते हैं। इस मोबाइल एप के जरिए किसान डिजिटल मंडी गेट पास प्राप्त कर सकते हैं। इसके अलावा कृषि खरीद वेबसाइट/ पोर्टल पर जाकर भी किसान अपना मंडी गेट पास बना सकेंगे।इस ऐप से किसान अपने गेट पास, जे फॉर्म और भुगतान की जानकारी देख सकते हैं। वे मंडी और तारीख चुनकर अपनी रजिस्टर्ड उपज के लिए गेट पास बना सकते हैं।

मंडियों में किसानों को किसी प्रकार की परेशानी नहीं होने दी जाएगी
डीसी ने मार्केटिंग बोर्ड के अधिकारियों को निर्देश दिए कि अनाज मंडियों में व्यवस्था पूरी तरह से दुरुस्त रखी जाए। जिले की प्रत्येक मंडी में फस्र्ट एड की सुविधा, साफ-सफाई की व्यवस्था, पेयजल, लाइट की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। किसानों के लिए हेल्प डेस्क लगाया जाए ताकि उन्हें कोई जनकारी प्राप्त करने में समस्या ना हो।

खरीद एजेंसियों के अधिकारियों को निर्देश दिए कि सुबह फसल खरीद के निर्धारित समय पर अधिकारी अनाज मंडियों में पहुंचना सुनिश्चित करें ताकि किसानों को फसल बेचने में किसी प्रकार की देर ना हो। नमी मापक यंत्र को सही रखा जाए व अनाज मंडी में सरकारी धर्मकांटा को सही रखा जाए।

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