चंडीगढ़ : हरियाणा के विकास एवं पंचायत मंत्री कृष्ण लाल पवार ने बताया कि हरियाणा सरकार लगातार प्रदेश में तालाबों का जीर्णाेद्धार कर रही हैं और इसके लिए अलग से तालाब प्राधिकरण का गठन किया है।
विकास एवं पंचायत मंत्री कृष्ण लाल पंवार बुधवार को हरियाणा विधानसभा के चल रहे बजट सत्र के दौरान तालाबों के सुधारीकरण के संबंध में विधायक आदित्य देवीलाल द्वारा लगाए गए ध्यानाकर्षण प्रस्ताव पर अपना जवाब दे रहे थे।
पंवार ने कहा कि अतीत में किसी सरकार ने तालाबों के बारे में कोई चिंता नहीं की। हमारी सरकार ने इस दिशा में कदम बढ़ाए हैं। उन्होंने बताया कि प्रदेश में कुल 19723 तालाब है जिसमें 18719 तालाब ग्रामीण इलाकों में और 904 तालाब शहरी क्षेत्रों में है। उन्होंने बताया कि कुल 11295 ऐसे प्रदूषित तालाब है जिनमें से 10814 ग्रामीण, 481 शहरी क्षेत्र में हैं। उन्होंने बताया कि हरियाणा तालाब प्राधिकरण, इन प्रदूषित तालाबों को अमृत सरोवर योजना के तहत मॉडल तालाबों के रूप में पुर्नस्थापित या पुनर्जीवित किया जाएगा। इसी प्रकार, इन तालाबों में आने वाले गंदे पानी के उपचार के लिए कई योजनाएं शुरु की। इसके उपचार के लिए इंजीनियरिंग विभाग अर्थात पंचायती राज, लोक निर्माण विभाग, सिंचाई एवं जल संसाधन विभाग और शहरी स्थानीय निकाय को शामिल करके इसके सुधारीकरण की शुरुआत की है।
वर्तमान में वर्तमान में 11295 तालाबों में से 6507 तालाबों का वित्तीय वर्ष 2025-26 में सुधारीकरण के लिए लिया गया है। 1069 मॉडल तालाबों तथा मनरेगा के अंतर्गत 1159 अर्थात कुल 2228 तालाबों को पहले ही पुर्नस्थापित किया जा चुका है।
533.52 करोड़ रुपए खर्च किए जा चुके
वित्तीय वर्ष 2018-19 से 2024-25 तक 579.42 करोड़ रुपए जारी किए हैं जिसमें से 533.52 करोड़ रुपए खर्च किए जा चुके हैं। उन्होंने कहा कि शहरों में ड्रेनों के गंदे पानी को एसटीपी से उपचार करके सिंचाई के लिए दिया जाएगा। इसराना विधानसभा में स्थित नौल्था गांव में वाटर ट्रीटमेंट प्लांट लगाया जाएगा, जिसमें पानीपत शहर से आने वाले गंदे पानी की ट्रीट करके जौंधन कला व खुर्द में बंजर पड़ी भूमि में पहुंचाकर उसका सुधारीकरण किया जायेगा।